जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। विपक्ष द्बारा प्रधानमंत्री के चंडीगढ़ दौरे के दौरान स्कूल से लेकर शमशान और नेताओं को नजरबंद किए जाने की तीखे आक्रमण के बाद पीएम ने खेद जताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि मोदी ने उनकी यात्रा के दौरान चंडीगढ़ की जनता को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने ट्विट कर कहा ‘मेरी यात्रा के दौरान चंडीगढ़ के नागरिकों को हुई असुविधा, खासतौर से स्कूलों को बंद करना खेदजनक है। मैं समझता हूं कि इससे बचा जा सकता था। विपक्ष के आक्रमण का संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी और चंडीगढ़ की जनता को हुई असुविधा के लिए जवाबदेही तय की जाएगी।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चंडीगढ़ दौरे से पहले कांग्रेस के करीब 35 नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीपसुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने सत्ता का दुरुपयोग किया शुक्रवार को चंडीगढ़ के सभी स्कूलों को बंद रखा गया, जिसे कांग्रेस ने गलत करार दिया। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने भी चंडीगढ़ प्रशासन के सकुर्लर का हवाला देते हुए मोदी के दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन द्बारा स्कूलों को बंद किए जाने पर तीखी आलोचना की थी। उन्होंने केंद्र सरकार के उपर जनता को दी जा रही असुविधा के लिए जिम्मेवार ठहराते हुए कहा था कि चंड़ीगढ़ पशासन की सीधी जिम्मेवारी गृहमंत्रालय की होती है इसलिए वहां की जनता को हो रही असुविधा के लिए स्वंय मोदी सरकार ही जिम्मेवार है।
बता दें कि शुक्रवार को मोदी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने चंडीगढ़ आए थे। उधर, उत्तराखंड के रास्ते में पड़ने वाले स्कूल भी बंद रहे। कुछ स्कूलों में आधे दिन की पढ़ाई के बाद छुट्टी कर दी गई।
आज दोपहर कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रभारी सुरजेवाला ने कहा कि रैली के लिए चंडीगढ़ को बंधक बनाया गया। मोदी के दौरे की वजह से शहर में वीआईपी के नाम पर नस्लवाद हुआ। यह ये साहब की रैली थी, सेवक की नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी की रैली के कारण स्कूल ही नहीं शमशान तक को बंद कर दिए गए हैं। सुरजेवाला ने मांग की कि प्रधानमंत्री ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह से माफी मांगें। दरअसल, ब्रिगेडियर के बेटे का अंतिम संस्कार किया जाना था। लेकिन मोदी की रैली के कारण शमशान घाट भी बंद कर दिया गया था. इस वजह से अंतिम संस्कार नहीं हो सका।