जनजीवन ब्यूरो
रिषिकेश,चंडीगढ। कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्ग मोदी ने आज उस पर नकारात्मक राजनीति में संलिप्त होने का आरोप लगाया और कहा कि 4० सांसद साजिश कर रहे हैं और देश की संसदीय प्रक्रिया को बाधित कर रहे हैं,जिससे विकास की तरफ बढèते भारत के कदम थम रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने रिषिकेश :उत्तराखंड: और सहारनपुर :उप्र: में रैलियों में तथा चंडीगढ में एक सभा को संबोधित करते हुए संसद का कामकाज बाधित करने के लिए कांग्रेस को जी भर कोसा और कहा कि नकारात्मक राजनीति और सक्रिय विपक्ष की भूमिका निभाने में बड़ा फर्क होता है।
उन्होंने रिषिकेश में कहा, ”सरकार की नीतियों का विरोध करना और इससे इत्तफाक न रखना तो ठीक है, लेकिन नकारात्मक राजनीति करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। कांग्रेस को दोनों के बीच का फर्क समझना होगा और लोगों के फैसले का सम्मान करना सीखना होगा।’’
मोदी ने कहा, ”कांग्रेस देश का विकास रोकना चाहते हैं। लोगों ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हरा दिया। यही वजह है कि वह बदला लेना चाहते हैं। मुझे आशा है कि लोग नकारात्मक राजनीति करने वालों को पहचानेंगे और आने वाले दिनों में उन्हें सजा देंगे।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि इस तरह की चालें ज्यादा दिन तक नहीं चल सकतीं,मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस ने देश की विकास यात्रा में बाधाएं खडी करना जारी रखा तो हो सकता है कि अगले लोकसभा चुनाव में शायद कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाए।
चंडीगढ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”जनता सांसदों को चुनकर संसद में भेजती है। हालांकि 4० सांसदों ने लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ साजिश की और जनता की इच्छाओं के विपरीत इसके साथ खेल कर रहे हैं जो उनके प्रतिनिधियों का अपमान है।’’
कांग्रेस को वस्तुत: चुनौती देते हुए मोदी ने कहा कि जनसभा लोकसभा से भी आगे है। मोदी ने कहा, ”कांग्रेस देश का विकास रोकना चाहते हैं। लोगों ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हरा दिया। यही वजह है कि वह बदला लेना चाहते हैं। मुझे आशा है कि लोग नकारात्मक राजनीति करने वालों को पहचानेंगे और आने वाले दिनों में उन्हें सजा देंगे।’’
सहारनपुर में मोदी ने कहा कि कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनाव में 44 सीटों पर सिमट गई क्योंकि सत्ता में रहते हुए उसने गलत नीतियां बनाईं। कांग्रेस से आत्ममंथन का आग्रह करते हुए मोदी ने कहा कि हारना और जीतना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है और भाजपा को भी कभी सिर्फ दो सीटें मिली थीं, लेकिन उसने कभी इस तरह की नकारात्मक राजनीति नहीं की और हमेशा जनता का समर्थन दोबारा हासिल करने का प्रयास किया।
मोदी ने पार्टी पर करारा हमला करते हुए कहा, ”उन्हें विपक्ष में बैठने की आदत नहीं है। वह यह सोचकर बेचैन हैं कि यह तो उनकी खानदानी जागीर है और इसे छीनने की हिम्मत कौन कर सकता है। वह भी एक चायवाला। एक गरीब आदमी का बेटा। यह गरीब विरोधी मानसिकता है। वह इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि देश ने पूर्ण बहुमत के साथ एक सरकार चुनी है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ”हम किसी का हक मारकर सत्ता में नहीं आए हैं। एक समय जिस कांग्रेस का परचम पंचायत से संसद तक लहराया करता था आज वह दिखाई भी नहीं दे रही है।’’