जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होते ही बीजेपी के अंदर विरोध के स्वर उभरने लगे हैं। इसी की कड़ी में मध्यप्रदेश भाजपा के बड़े नेता प्रभात झा इस फैसले से नाराज हैं और उन्होंने इस बारे में केंद्रीय आलाकमान को भी बता दिया है। प्रभात झा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश से उन्हीं की सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजेने की तैयारी है। ऐसे में प्रभात झा का पत्ता कटना तय माना जा रहा है। झा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और राज्य भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं। साथ ही वो ग्वालियर संभाग से आते हैं। झा भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर हैं।
सिंधिया की बीजेपी में एंट्री से शिवराज सिंह चौहान पर क्या असर पड़ेगा और हाथ का साथ छोड़ चुके सिंधिया और शिवराज के बीच क्या केमिस्ट्री बनेगी, यह समझना दिलचस्प है। ऐसा कहा जाता है कि सियासत में कुछ भी स्थायी नहीं होता है। शायद यही वजह है कि सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर जब उन्हें ‘माफिया’ और ‘गद्दार’ कहा जाने लगा तो शिवराज सिंह चौहान ने आगे आकर उनका बचाव किया।
उन्होंने कहा, ‘जब तक वहां थे तब तक महाराजा थे और आज माफिया हो गए? ये दोहरे मापदंड कांग्रेस को शोभा नहीं देते।’ सिंधिया को लेकर बीजेपी नेता और एमपी के तीन बार के सीएम शिवराज सिंह चौहान की इस प्रतिक्रिया काफी कुछ बातें स्पष्ट कर दीं। दरअसल, बीजेपी के पास सिंधिया की बगावत को भुनाने का बेहतरीन मौका आया था तो शिवराज ने भी कांग्रेस पर चुटकी लेने में देर नहीं लगाई।
आज जब सिंधिया ने बीजेपी का दामन थामा तो शिवराज ने एक लाइन में बड़ा स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने लिखा, ‘स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज’।