जनजीवन ब्यूरो / नोएडा : भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की नई पार्टी के ऐलान से पहले ही यूपी में टकराव शुरु हो गई। कांशीराम के जन्मदिन के मौके पर रविवार को चंद्रशेखर आजाद ने कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। लेकिन एक दिन पहले नोटिस चस्पा कर प्रशासन ने रद्द कर दिया था। कार्यकर्ताओं के दबाव को देखते हुए पुलिस ने कार्यक्रम की इजाजत दी।
पार्टी के एक कार्यकर्ता ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रदेश में हम अपने नेता कांशीराम का जन्मदिन नहीं मना सकते। यह अघोषित इमरजेंसी है और प्रदेश सरकार संविधान की हत्या कर रही है।
पुलिस की ओर से नोटिस चिपकाए जाने के बाद आयोजन स्थल के मालिक गेट पर ताला भी लटका दिया था। अनुमति रद्द होने की वजह कार्यक्रम में जुटने वाली भीड़ को बताया गया था।
नोटिस में कहा गया था कि मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार राजेंद्र तिवारी और गैतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी के निर्देश मुताबिक कोरोना वायरस के मद्देनजर जारी निर्देशों के तहत जनसभा का आयोजन संभव नहीं है। जनसभा में भीड़ होती है जिससे संक्रमण का खतरा होता है। ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ेगा। इस वजह से कार्यक्रम को अनुमति देना संभव नहीं है।