जनजीवन ब्यूरो
झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में शनिवार सुबह चाय नाश्ता करते समय हुए विस्फोट में 90 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। सरकार ने विस्फोट की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों व घायलों के लिए सहायता राशि की घोषणा की है। एक तरफ जहां सरकार विस्फोट की वजह रसोई गैस सिलेंडर का फटना बता रही है, वहीं भारी विस्फोटक पदार्थो में विस्फोट बताया जा रहा है। विस्फोट की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
झाबुआ पुलिस नियंत्रण कक्ष के प्रभारी निरीक्षक एम.एल. गौर के अनुसार हादसे में 83 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 60 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है। उनकी पहचान भी हो गई है, जबकि 23 अन्य का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा, विस्फोट की वजह गैस सिलेंडर का फटना है। लेकिन विस्फोटक पदार्थो में विस्फोट का सवाल पूछा गया तो वे इसे जांच का विषय कहकर मामले को टाल दिए। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, धमाके को लेकर दो तरह की बातें सामने आ रही हैं। मुख्य सचिव एंटनी डिसा को जांच के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही घायलों के समुचित उपचार का इंतजाम किए जाने की बात कही।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह जनजातीय इलाका है और बड़ी संख्या में मजदूर काम के लिए न्यू बस स्टैंड से अन्य स्थानों को जाते हैं। रोज की तरह शनिवार सुबह भी सेठिया चाय-नाश्ते की दुकान पर बड़ी संख्या में लोग जमा थे। तभी अचानक एक गैस सिलेंडर फटा। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि वहां मौजूद कई लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसके बाद पास में ही एक और विस्फोट हुआ, जिसमें कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
आशंका जताई जा रही है कि मकान में विस्फोटक पदार्थ रखे हुए थे, जिसके कारण वहां विस्फोट हुआ। लेकिन राज्य के गृह मंत्री गौर गैस सिलेंडर से विस्फोट की बात कह रहे हैं। पुलिस के अनुसार, हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उन्हें पेटलावाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है। कई घायलों को उपचार के लिए इंदौर व रतलाम भेजा गया है। हादसे के बाद से पेटलावाद में अफरा-तफरी का माहौल है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं।