जनजीवन ब्यूरो
झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ में हुए विस्फोट में अबतक 104 लोगों की मौत हो चुकी है. घटना का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पेटलावद की घटना से मन बहुत व्यथित है, रात भर मैं सो नहीं सका.
घटना को लेकर स्थानीय लोग जिला प्रशासन के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, घटनास्थल पर कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ने भी दौरा किया.
इस मामले में राजेंद्र कसावा पर केस दर्ज किया गया है. कसावा के आवास और गोदामों को पुलिस ने सील कर दिया है. बताया जा रहा है कि जिस गोदाम में धमाके हुए वह कसावा के नाम पर है. इस दुर्घटना में 150 लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. धमाके का कारण घर में रखा भारी विस्फोटक था, जिनमें आग लगने से यह बड़ा हादसा हुआ. हादसे में पास के एक रेस्टोरेंट की छत भी ढह गई साथ ही कुछ दूसरे घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
झाबुआ की कलेक्टर अरुणा गुप्ता ने कहा कि विस्फोट पेटलावद बस स्टैंड के निकट शनिवार सुबह एक इमारत में हुआ जो राजेंद्र कसावा का है. कसावा के पास विस्फोटक रखने का लाइसेंस है. वह इसका उपयोग चट्टानी इलाकों में कुएं खोदने के लिए करता है. कसावा ने जिलेटिन की छड़ों समेत भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री अपने आवास में रखी थी. जो धमाके का कारण बनी.
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो रुक-रुक कर कई धमाके हुए जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. यह सिलसिला कई मिनटों तक चला जिसने आसपास के घरों को भी नुकसान पहुंचाया. धमाके के कारण कुछ लोग हवा में उछलते नजर आने लगे. धमाके की चपेट में एक रेस्टोरेंट भी आ गया जो इस इमारत के नजदीक था. इस रेस्टोरेंट में रखे गैस सिलेंडर में भी ब्लास्ट हुआ जिसके कारण रेस्टोरेंट की छत ढह गई. छत गिरने से वहां मौजूद लोग हादसे का शिकार बने. धमाका इतना जोरदार था कि बाहर सड़क पर शव बिखर गए. मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देगी जिसकी घोषणा कर दी गयी है.
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