जनजीवन ब्यूरो / इंदौर । इंदौर में कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए गए स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले के आरोप में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। टाटपट्टी बाखल कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज के संपर्क में आए लोगों को ढूंढने गए स्वास्थ्य कर्मियों पर यहां बुधवार को कुछ लोगों ने अचानक पथराव कर दिया। पथराव से दो महिला डॉक्टरों के पैरों में चोट आई है।
इंदौर के टाटपट्टी बाखल में बुधवार को जांच करने गई मेडिकल टीम पर हुए पथराव के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। कोरोना वायरस की जांच करने टीम जब पहुंची तो इलाके के लोग इसका विरोध करने लगे थे और फिर उन्होंने डॉक्टरों के ऊपर पत्थर फेंकना शुरू कर दिए थे, डॉक्टरों ने भागकर अपनी जान बचाई। एक महिला डॉक्टर ने पहचान का खुलासा करने से इनकार करते हुए बताया कि कोरोना के खिलाफ अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग का पांच सदस्यीय दल इलाके में गया था। उन्होंने कहा कि मैं बहुत डरी हुई हूं। हम कोरोना वायरस संक्रमण के एक मरीज के संपर्क में आए लोगों को ढूंढ रहे थे। हमने जैसे ही इन लोगों से उनकी सेहत की स्थिति से जुड़े सवाल करने शुरू किए, तो उन्होंने इसका विरोध किया। तभी वहां कुछ और लोग आ धमके जिन्होंने हम पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
उन्होंने कहा कि पथराव में हमारी दो महिला डॉक्टरों के पैरों में चोटें आई हैं। पथराव के दौरान दोनों महिला डॉक्टरों ने तहसीलदार की गाड़ी में किसी तरह छिप कर खुद को बचाया। जड़िया ने बताया कि घटना की शिकायत छत्रीपुरा पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के दौरान बैरिकेड तोड़े गए और पथराव भी किया गया। पुलिस संज्ञान ले रही है।
बहरहाल, यह शहर में कोई पहली घटना नहीं है जब कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान चला रहे स्वास्थ्य कर्मियों को अप्रिय हालात का सामना करना पड़ा हो। यहां रविवार को भी अलग-अलग घटनाओं में स्वास्थ्य कर्मियों को असहयोग, बदसलूकी और धमकियों तक का शिकार होना पड़ा था। इन वाकयों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए थे।
उधर एमवाय अस्पताल में भर्ती मोती तबेला निवासी 54 वर्षीय संदिग्ध कोरोना मरीज की भी देर रात मौत हुई है, इनकी जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है। इसके पहले बुधवार देर रात इंदौर में 12 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे और इसके मरीजों की संख्या बढ़कर 75 पहुंच गई है। कल जो पॉजिटिव केस सामने आए हैं उनमें से 8 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव की संख्या के बाद से टोटल लॉक डाउन किया गया है।