जनजीवन ब्यूरो / दिल्ली । गौतम बुद्ध नगर और उत्तर पद्रेश के आसपास के इलाकों एवं दिल्ली एनसीआर में नोवल कोरोना वायरस (कोविड19) के बढत़े मामलों को देखते हुए अत्याधुनिक मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल शारदा हॉस्पिटल ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज करने के लिए 200 बेड वाले आइसोलशन वार्ड तैयार किए है जिनमें वेंटिलेटर्स और डायलिसिस सुविधा के साथ 20 बेड का आईसीयू शामिल है। साथ ही इसने कोरोना के खिलाफ जंग में शामिल होने के लिए एसओपी एवं अन्य उपाय अपनाए हैं।
एक अलग वार्ड को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है जहां विशेषज्ञ, डॉक्टर, नर्स और प्रशिक्षित कर्मचारी उपलब्ध है। शारदा हॉस्पिटल ने व्यक्तिगत सुरक्षात्मक गियर, वेंटिलेटर्स, डायलिसिस सपोर्ट आदि की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की है। कोरोना वायरस के मरीजों का निःशुल्क इलाज करने और सीएसआर गतिविधि के तहत लोगों को आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने के लिए यह एन-95 एवं पीपीई किट आदि खरीद रहा है। हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार इन सामग्रियों की कमी के चलते पीपीई किट उपलब्ध कराने में सहयोग कर रही है। उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री के आश्वासन पर गौतम बुद्ध नगर जिले सीएमओ द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटाइन रूम उपलब्ध कराए जाएंगे। शारदा हॉस्पिटल सभी संग्रहित नमूनो को जांच के लिए गर्वमेटं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, ग्रेटर नोएडा भेजेगा।
इस कार्ययोजना पर व्यक्तिगत तौर पर शारदा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.आशुतोष निरंजन नज़र रखेंगे। डा. निरंजन ने कहा हम कोविड 19 से निपटने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमने न केवल एक आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है, बल्कि त्वरित कार्रवाई, समय पर इलाज और इस चुनौतीपूर्ण समय में मरीजों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए माकॅ ड्रिल भी किया है। यदि जरूरत पड़ी तो हम बड़ी तादाद में मरीजों को संभालने के लिए भी तैयार हैं।
उन्होंने आगे कहा नर्सिगं स्टाफ और सहायक स्वास्थ्य विभाग की फैकल्टी सहित सभी विभागाध्यक्षों को कर्मचारियों के लिए एक वर्क रोस्टर तैयार करने का निर्देश दिया गया है ताकि काम का समान वितरण और क्वारंटाइन का पर्याप्त अंतराल सुनिश्चित हो सके। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने वाले कर्मचारियों की निजी सुरक्षा के लिए एन 95 मास्क और पर्सनल प्रोटेक्टिव गियर सहित सभी तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं जिससे आवश्यक सेवाएं और देखभाल उपलब्ध कराने में बिना किसी अड़चन के निरंतरता सुनिश्चित हो सके।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या से निपटने के अपने प्रयास में निजी संस्थानों से ओपीडी, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और डायग्नोस्टिक सेवाओं की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है।