जनजीवन ब्यूरो / रांची । झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कोडरमा में सामने आए मरीज की कहानी भी अब साफ हो गयी है।
गांव के वार्ड सदस्य ने बताया कि युवक 23 मार्च, 2020 कुर्ला-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन से अपने तीन साथियों के साथ मुंबई से गांव लौटा था। कोडरमा स्टेशन पर उतरने के बाद वह सीधे अपने गांव चला गया। मुंबई में ही बीमार पड़ चुका यह युवक लौटने के बाद गिरिडीह के ही बरमसिया में एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने चला गया। सेहत में सुधार नहीं होने पर वह मरकच्चो के बंधन चौक पर एक प्राइवेट डॉक्टर के क्लिनिक में पहुंचा। डॉक्टर ने तीन दिन की दवा दी। दवा खाने के बाद भी वह ठीक नहीं हुआ, तो 3 अप्रैल को मरकच्चो के सरकारी अस्पताल पहुंचा। यहां से उसे कोडरमा सदर अस्पताल भेज दिया गया. 6 अप्रैल, 2020 को उसके सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजे गये थे।.
युवक के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद उसके परिवार के 9 सदस्यों को गिरिडीह जिला प्रशासन ने क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया है। वहीं, मरकच्चो में युवक का इलाज करने वाले डॉक्टर को होम क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है। वहीं, मरीज को कोविड19 अस्पताल होली फैमिली हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है।
तबीयत खराब होने के बाद 4 अप्रैल को युवक कोडरमा स्थित मरकच्चो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए आया था। जहां से उसे तुरंत एंबुलेंस के जरिए सदर अस्पताल भेजा गया था। इसके बाद उसे भर्ती कर सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज को कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया है।
इधर, हजारीबाग में कोरोना का दूसरा मरीज मिला है। ये बिष्णुगढ प्रखंड के खरकी पंचायत के बलक्मका गांव का रहने वाला है। यह मुंबई में ड्राइवर है। होली में घर आया था। फिर दोबारा मुंबई चला गया था। तबीयत बिगड़ी तो वापस लौटा। इसे हजारीबाग के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। बताते चलें कि हजारीबाग का पहला कोरोना संक्रमित मरीज इसी गांव के पड़ोस का रहने वाला है। पूरे प्रखंड को सील कर दिया गया है। क्षेत्र को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया जारी है।
मालूम हो कि झारखंड का पहला कोरोना संक्रमित मरीज रांची के हिंदपीढ़ी से मिला था। ये महिला मरीज मलेशिया से रांची धर्म प्रचार के लिए आई थी। इसके बाद इस महिला के संपर्क में आने वाले लोगों का सैंपल जांच किया गया। अब तक इस पूरे क्षेत्र से 8 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा चुकी है। प्रशासन ने हिंदपीढ़ी क्षेत्र को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया है और लोगों को घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई।
बोकारो में मिले 6 केस में से 5 मामले जमात से जुड़े
वहीं, सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार पाठक ने कहा कि बोकारो में मिले 6 मरीजों में से 5 सीधे तौर पर तब्लीगी जमात से जुड़े हैं। ऐसे जितने भी लोग थे सब जगह से इसकी जांच करवाई जा रही है। अभी तक तो सभी उसी से संबंधित लोग निकले हैं। बोकारो के चंद्रपुरा प्रखंड अंतर्गत तेलो एवं पिपराडीह को पूरी तरह से लॉक कर दिया गया है। दोनों गांव को सैनिटाइज्ड किया गया है, जबकि फॉगिंग कार्य साथ-साथ जारी है। कोरोना संक्रमण को और नहीं बढ़ने दिया जाएगा। वहीं, पिपराडीह से 44 संदिग्ध लोगों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि संक्रमित व्यक्ति शायद उनलोगों के संपर्क में रहा हो। जरूरत पड़ने पर और भी लोग क्वारंटाइन के लिए भेजे जा सकते हैं।