जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में देश के 27 जिलों से बड़ी खुशखबरी आई है। ये जिले 17 अलग-अलग राज्यों में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज बताया कि इन 17 राज्यों के 27 जिलों में पिछले 14 दिनों से किसी भी नए व्यक्ति को कोविड-19 बीमारी नहीं हुई है। कोरोना पर डेली प्रेस ब्रीफिंग के दौरान अगरवाल ने एक और अच्छी बात बताई कि 325 जिलों में अब तक कोरोना का कोई भी केस नहीं आया है। यानी, अगर 27 जिलों की स्थिति यूं ही नियंत्रण में रही तो अब तक कोरोना मुक्त 325 और इन 27 जिलों को मिलाकर कुल 352 जिलों में 20 अप्रैल से लॉकडाउन से कुछ हद तक राहत दी जा सकती है।
अग्रवाल ने बताया कि पुदुचेरी के माही जिले से बीते 28 दिनों में एक भी नया कोरोना केस सामने नहीं आया है। उनके मुताबिक जिन जिलों से बीते 14 दिनों से कोई पॉजिटिव केस नहीं आया, उनमें कर्नाटक के पांच, छत्तीसगढ़ के तीन जबकि गुजरात, तेलंगाना और केरल के दो-दो जिले शामिल हैं। वहीं, बिहार, प. बंगाल, राजस्थान, गोवा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, पुदुचेरी, मिजोरम, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश का एक-एक जिला शामिल है।
अगरवाल ने बताया क जिन जिलों में 14 दिनों से कोई नया केस नहीं आया उनमें बिहार का पटना, प. बंगाल का नदिया और राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला, गुजरात के गिर सोमनाथ और पोरबंदर जिले, तेलंगाना के भद्रादिरी और कुथागुड़म जिले, गोवा का साउथ गोवा, उत्तराखंड का पौड़ी गढ़वाल, यूपी का पिलीभीत, जम्मू-कश्मीर का रजौरी और मणिपुर का वेस्ट इंफाल जिला, छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव, दुर्ग और रायपुर जिले, पुदुचेरी का माही, मिजोरम का ऐजवाल वेस्ट जिला, कर्नाटक के देवनगिरी, कोडागू, तुमकुल, उडुप्पी और बेल्लारी जिले, केरल के वायनाड और कोट्टयम जिले, पंजाब का एसबीएस नगर, हरियाणा का पानीपत और मध्य प्रदेश का शिवपुरी जिला।’
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब तक देश में 1,489 लोग कोविड-19 बीमारी से ठीक हो चुके हैं। बुधवार को एक दिन में 183 मरीज ठीक हुए। वहीं, देश में 941 कोरोना संक्रमित बढ़े हैं। इसके साथ ही कुल कोरोना पॉजिटिव केस बढ़कर 12,380 हो गए हैं। अब तक कुल 414 लोग कोविड-19 बीमारी के कारण मरे हैं, इनमें 37 मौतें बुधवार को हुईं। अगरवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बुधवार को स्वास्थ्यकर्मियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के फील्ड ऑफिसर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात की थी। इसमें जिला स्तर पर डब्ल्यूएचओ अधिकारियों के साथ तकनीकी समन्व्य स्थापित किए जाने पर चर्चा हुई।