जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । बाजार पूंजीकरण के हिसाब से देश के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank के एकीकृत शुद्ध लाभ में मार्च तिमाही में 15.4 फीसद की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इस तरह वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही में बैंक को 7,280.22 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में बैंक ने कहा है कि पिछले साल जनवरी से मार्च के दौरान बैंक को 6,300.81 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा हुआ था। जनवरी-मार्च, 2020 के दौरान बैंक की परिचालन से आय, ब्याज से आय और अन्य आय में बढ़ोत्तरी से बैंक के शुद्ध लाभ में वृद्धि हुई। हालांकि, इस अवधि में फंसे हुए कर्ज के एवज में किए जाने वाले प्रावधान में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।
HDFC Bank ने शेयर बाजारों को जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही यानी इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच बैंक की कुल एकीकृत आय बढ़कर 38,287.17 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंच गई। पिछले साल जनवरी से मार्च की अवधि में यह आंकड़ा 33,260.48 करोड़ रुपये का था।
एकल आधार पर बात की जाए तो आलोच्य अवधि में बैंक के शुद्ध लाभ में 17.7 फीसद की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और इस अवधि में बैंक को 6,927.69 करोड़ रुपये का शुद्ध एकल लाभ हुआ। वहीं इस साल जनवरी से मार्च के दौरान आय बढ़कर 35,917.63 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल जनवरी से मार्च में यह आंकड़ा 31,204.46 करोड़ रुपये का था।
वहीं, मार्च तिमाही में बैंक की ब्याज से शुद्ध आय बढ़कर 15,204.10 करोड़ रुपये हो गई। वहीं, पिछले साल जनवरी से मार्च के दौरान बैंक की ब्याज से शुद्ध आय का आंकड़ा 13,089.50 करोड़ रुपये पर था। बैंक द्वारा दिए गए लोन में 21.3 फीसद की बढ़ोत्तरी से बैंक की आय में यह बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। वहीं, इस अवधि में बैंक की जमा राशि में 24.3 फीसद की बढ़ोत्तरी देखी गई।