जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मजदूरों को घर पहुंचाने की वकालत की है। वीडियो संदेश में प्रवासी मजदूरों को लेकर प्रियंका ने कहा है कि अगर वो अपने वे घर लौटना चाहते हैं, तो हम उन्हें दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। उन्होंने कहा है कि कई दिनों से यूपी के प्रवासी मजदूरों से मैं बात कर रही हूं।
प्रियंका ने कहा, ‘मैंने राजस्थान दिल्ली, सूरत, इंदौर भोपाल, मुंबई और अन्य प्रदेशों में फंसे हुए लोगों से बात की। लॉकडाउन के कारण मजदूरी बंद हो गई, इसके बाद उनके घर का राशन भी खत्म हो गया। अब छह-छह, आठ-आठ लोग एक ही कमरे में बंद हैं। राशन मिल नहीं रहा है, वो बहुत ही घबराए हुए हैं और किसी भी तरह से अपने गांव घर जाना चाहते हैं। अगर वो अपने घर लौटना चाहते हैं, तो हम उन्हें दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। हम इनको दोषी नहीं ठहरा सकते कि आप घर जाना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा कि हमें इनकी समस्या का हल खोजने की कोशिश करनी चाहिए। प्रियंका ने कहा कि मैं यूपी सरकार को बधाई देना चाहती हूं कि कोटा से आप छात्रों को घर ले आए, लेकिन ये मजदूर भी तो आपके ही हैं, ये भी हमारे हैं। उनके भी परिवार के लोग परेशान हैं। उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है और हम उन्हें घर नहीं ला पा रहे हैं। प्रियंका गांधी ने वीडियो संदेश में कहा कि मैं आग्रह करना चाहती हूं कि एक हेल्पलाइन जारी किया जाए ताकि ये अपनी समस्याओं को बता पाएं और दूसरी सरकारों से इन्हें मदद मिल पाए।