जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । चुनाव आयोग प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात पर कांग्रेस की रोक लगाने की मांग पर अमल नहीं करेगा । बिहार चुनाव के पहले एनडीए और महागठबंधन के बीच हमले तेज होते जा रहे हैं। कांग्रेस, जेडीयू और आरजेडी ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ प्रोग्राम पर रोक लगाने की मांग चुनाव आयोग (EC) से की है। विरोधी पार्टियों के नेता केसी मित्तल, आरएस सुरजेवाला, केसी त्यागी, पवन वर्मा और मनोज झा बुधवार दोपहर आयोग के अफसरों से मिलेंगे।
चुनाव आयोग के एक सीनियर अफसर ने कहा है कि जब तक पीएम मोदी के ‘मन की बात’ प्रोग्राम में बिहार इलेक्शन से जुड़ा कोई ऐलान या मुद्दा सामने नहीं आता है, रोक लगाने का कोई मतलब नहीं है। हम पीएम को नकाब में नहीं रख सकते हैं। अगर आचार संहिता के तोड़े जाने की कोई शिकायत आती है तो इसकी रिकॉर्डिंग और फैक्ट जुटाने के बाद ही कोई एक्शन लिया जा सकता है।
मोदी संभवत: अगले रविवार को देश की जनता से ‘मन की बात’ कर सकते हैं। उधर पीएम के ‘मन की बात’ प्रोग्राम पर रोक का मुद्दा उठने के बाद भाजपा ने भी जवाबी हमला बोला है। पार्टी के स्पोक्सपर्सन शाहनवाज हुसैन ने कहा, ”कांग्रेस का वश चले तो वह पीएम मोदी के मुंह पर ताला ही लगा दे।
गौरतलब है कि पहले भी हरियाणा और दिल्ली इलेक्शन के दौरान कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ प्रोग्राम पर रोक लगाने की मांग की थी, जिसे आयोग ने खारिज कर दिया था। कांग्रेस ने कहा था कि मोदी मन की बात के जरिए वोटरों को गुमराह कर सकते थे, लेकिन आयोग को इस दौरान मन की बात में कोई आपत्तिजनक बात नहीं मिली।