जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सासद पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर जमकर हमला बोला । पप्पू ने लालू प्रसाद यादव का डीएनए कंश व दुर्योधन का बताया जबकि नीतीश की पत्नी की मौत की सीबीआई जांच की भी मांग की। हालांकि उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने के सवाल का सीधे तौर पर उत्तर नहीं दिया और कहा कि इसका फैसला बृहस्पतिवार को संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा। एमएआईएम के नेता ओवैसी की तरफदारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
पप्पू ने संवाददाताओं से कहा कि नीतीश और लालू वर्षों से मुसलमानों को गुमराह करते आ रहे हैं लेकिन इसबार मुसलमान उनके झांसे में आने वाले नहीं हैं। भागलपुर दंगे की बात रखते हुए उन्होंने कहा कि दंगे की जांच रिपोर्ट अबतक जनता के बीच नहीं रखी गई है। दंगे के शिकार मुसलमानों को अबतक मुआवजा न तो लालू यादव दे सके और न ही नीतीश कुमार ।
बिहार के विकास का दावा करने वाले नीतीश पर हमला बोलते हुए पप्पू ने चुनौती दी कि वह इस मामले पर बहस करने के लिए तैयार हैं। नीतीश के शासन में न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था चरमराई है बल्कि अपराध के ग्राफ लगातार बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के कालेजों में मात्र सात लाख छात्र पढ़ते हैं। उचित शिक्षा व्यवस्था न रहने के कारण ज्यादातर छात्र राज्य से बाहर चले जाते हैं। स्वास्थ्य सेवा खराब रहने के कारण लोग इलाज के लिए दिल्ली, चैन्नय, मुंबई चले जाते हैं।
नीतीश द्वारा बार बार डीएनए के मामले उठाने पर उन्होंने कहा कि नीतीश का डीएनए बिहार का डीएनए हो ही नहीं सकता। लालू प्रसाद का डीएनए तो दुर्योधन और कंश का है।
लालू पर हमला बोलते हुए पप्पू ने कहा कि लालू अपराधी और माफिया को टिकट दे रहे हैं और ऐसे लोग पैसे वसूलने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। रणबीर सेना की बात करते हुए उन्होंने कहा कि लालू सेना के सदस्यों को पटना में प्रश्रय देते थे और मुसलमानों के खिलाफ उसका इस्तेमार करते थे।
एनसीपी नेता तारिक अनवर और हम नेता जीतन राम मांझी के साथ तालमेल के सवाल पर पप्पू ने कहा कि मांझी तो भाजपा का दामन थाम लिए हैं तो उनपर बात करना उचित नहीं है। तारिक को सबसे अच्छे राजनीतिज्ञ बताते हुए कहा कि वे अच्छे इंसान भी हैं।
—