जनजीवन ब्यूरो
सूरत: बिना इजाजत के पटेल और पाटीदार कम्युनिटी के लिए आरक्षण की मांग के लिए आंदोलन करने वाले हार्दिक पटेल और 78 दूसरे प्रदर्शनकारियों को शनिवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वे बिना इजाजत के ‘एकता यात्रा’ निकाल रहे थे। हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें सूरत की वरछा पुलिस स्टेशन लाया गया। बाद में हार्दिक और उनके समर्थकों को पुलिस हेडक्वॉर्टर्स ले जाया गया। इससे पहले, हार्दिक ने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस प्रदेश में अशांति फैलाना चाहती है। हालांकि, उन्होंने समर्थकों से शांत रहने की अपील की।
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने रिवर्स दांडी मार्च को दो बार मंजूरी नहीं मिलने के बाद एकता मार्च करने का ऐलान किया था। नवसारी जिला प्रशासन ने शुक्रवार को करीब 350 किमी लंबी इस यात्रा को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। हालांकि, संगठन ने हर हाल में इसे निकालने का अल्टीमेटम दिया था। शनिवार सुबह सूरत के मगध चौक पर बेहद टाइट सिक्युरिटी थी। यहां हार्दिक और उनके समर्थकों को इकट्ठा होना था। इस चौक पर सरदार पटेल की मूर्ति को हार्दिक ने माला पहनाया। इसके बाद, उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
इससे पहले हार्दिक ने मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर भी अपनी मांगें रखी थीं। इनमें से एक ये भी थी कि एकता यात्रा को मंजूरी दी जाए। हालांकि, राज्य सरकार ने इस मामले में कड़ा रुख अपना लिया है।
उधर, इस बार कोई अप्रिय घटना न हो, इसके मद्देनजर सूरत में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए। बता दें कि पिछली बार जब हार्दिक को हिरासत में लिया गया था तो उस वक्त पूरे राज्य में हिंसा भड़क उठी थी। आगजनी, तोड़फोड़ के अलावा कुछ लोगों की जान भी गई थी।