जनजीवन ब्यूरो / पटना : उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बुधवार को मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा। आरजेडी के पांच विधान पार्षदों के पार्टी छोड़ कर जेडीयू में शामिल होने के आरजेडी के बयान पर भी हमला बोला।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ”राजद की रीति-नीति से निराश होकर विधान परिषद के जिन पांच सदस्यों ने विकास के मुद्दे पर एनडीए के साथ आने का फैसला किया, वे समाज के अगड़े-पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। सत्ता जाने और लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी अहंकार में डूबी लालू प्रसाद की पार्टी खुद को समुद्र और पांच एमएलसी को सिर्फ पांच बाल्टी पानी मानती है। राजद की जली हुई रस्सी के बल अगले चुनाव में टूट कर राख बनेंगे।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि ”लालू प्रसाद ने गरीबों के नाम पर वोट लिये, लेकिन सत्ता मिलने पर एमएलए, एमएलसी, एमपी और मंत्री बनवाने तक हर काम के लिए लोगों की संपत्ति अपने या परिवार के नाम करायी। उनके परिजन करोड़ों की बेनामी संपत्ति के मालिक बन गये। हमने पूरे प्रमाण के साथ आरोप लगाये और जांच एजेंसियों को दस्तावेजों की प्रति सौंपी थीं। मुख्यमंत्री ने भी बेनामी संपत्ति के बारे में तेजस्वी प्रसाद यादव से बिंदुवार जवाब मांगा था। राजद हमारे आरोप को राजनीतिक बताकर खारिज करता रहा, लेकिन अब, जब टिकट बेचने के आरोप पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्तर से लग रहे हैं, तब लालू प्रसाद चुप क्यों हैं?