जनजीवन ब्यूरो/ नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बंगले को लेकर प्रियंका और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गई है। मुद्दा दिल्ली के लोधी स्टेट स्थित सरकारी बंगला है, जिसे खाली करने का नोटिस प्रियंका गांधी दो कुछ दिन पहले भेजा गया है।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने ट्वीट किया कि उनसे एक पॉवरफुल कांग्रेसी नेता ने बंगला किसी दूसरे कांग्रेसी सांसद को देने की रिक्वेस्ट की थी। नेता का कहना था कि ऐसा करने से प्रियंका वहां पर रह सकेंगी। इस ट्वीट के कुछ देर बार प्रियंका ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि हमने ऐसी कोई रिक्वेस्ट नहीं की।
प्रियंका ने उन खबरों को गलत बताया, जिनमें कहा जा रहा था कि उन्होंने बंगले के लिए सरकार से रिक्वेस्ट की है या और समय मांगा है। उन्होंने कहा कि वह एक अगस्त तक 35 लोधी एस्टेट के सरकारी आवास को खाली कर देंगी। राबर्ट वाड्रा ने भी ट्वीट कर इस खबर को गलत बताया था।
प्रियंका का पुरी को जवाब- फैक्ट अभी भी नहीं बदले हैं
पुरी के ट्वीट के जवाब में प्रियंका ने फिर ट्वीट किया, ” अगर मिस्टर पुरी आपको किसी ने फोन किया है तो मैं उनकी चिंता के लिए थैंक्यू बोलती हूं। लेकिन, फैक्ट अभी भी नहीं बदले हैं। मैंने ऐसी कोई रिक्वेस्ट नहीं की और न करूंगी। मैं एक अगस्त तक बंगला खाली कर दूंगी।”
जवाब में पुरी ने भी फिर ट्वीट किया, “जिसने मुझे फोन किया वह कांग्रेस के बड़े नेता और राजनीतिक सलाहकार हैं। वह पार्टी और आपके परिवार की ओर से बोलते और काम करते हैं। हम केवल आपसे रिक्वेस्ट करेंगे कि पब्लिकली बोलने से पहले अपनी पार्टी के भीतर इन मामलों को निपटा लें। हक भी जताना और फिर पीड़ित होने का दिखावा साथ-साथ नहीं हो सकता।”
प्रियंका को बंगला खाली करने का नोटिस मिला है
शहरी और विकास मंत्रालय की ओर से पिछले हफ्ते प्रियंका गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस मिला था। इसमें कहा गया था कि 1 अगस्त तक प्रियंका 35 लोधी एस्टेट सरकारी आवास को खाली कर दें। क्योंकि अब वह एसपीजी सुरक्षा की लिस्ट में नहीं है। प्रियंका व उनके परिवार को 1997 में यह बंगला दिया गया था।