जनजीवन ब्यूरो/ नई दिल्ली : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मतभेद के बाद सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर पार्टी के कई नेताओं ने असंतोष जाहिर किया है तो कुछ इस घटनाक्रम से काफी दुखी हैं। अधीर रंजन चौधरी, जतिन प्रसाद, प्रिया दत्त से लेकर अभिषेक मनु सिंघवी तक कई नेताओं ने अपना दुख जाहिर किया है। पूर्व कांग्रेसी नेता व बीजेपी में शामिल सिंधिया ने कहा कांग्रेस में योग्यता के लिए कोई जगह नहीं है।
कांग्रेस और कार्यकर्ताओं के लिए निराशाजनक: अधीर रंजन
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह घटनाक्रम न सिर्फ कांग्रेस के लिए निराशाजनक है, बल्कि पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के लिए भी है जो जमीन पर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हर पार्टी कार्यकर्ता की आकांक्षा ऊंचे पदों पर पहुंचने की होती है, लेकिन इन्हें एक दायरे में होना चाहिए।
प्रिया दत्त ने कहा- पार्टी ने संभावनाओं से भरे नेताओं को खा दिया
पूर्व सांसद प्रिया दत्त ने मंगलवार को कहा कि यह ”दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी ने संभावनाओं से भरे दो बड़े युवा नेताओं ज्योतिरादित्य सिंधिया और पायलट को खो दिया।” दत्त ने कहा कि वह नहीं मानती हैं कि महत्वाकांक्षी होना ”गलत बात है।
मुंबई की पूर्व सांसद ने ट्वीट किया, ”एक और दोस्त ने पार्टी छोड़ दी। सचिन और ज्योतिरादित्य दोनों सहकर्मी थे और अच्छे दोस्त हैं। दुर्भाग्य से हमारी पार्टी ने संभावनाओं से भरे दो बड़े युवा नेताओं को खो दिया। मैं नहीं मानती कि महत्वाकांक्षी होना गलत बात है। उन्होंने मुश्किल समय में बहुत मेहनत से काम किया था।” मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता और एक समय गांधी परिवार के वफादार रहे सिंधिया ने इस साल मार्च में पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे।
पायलट ने समर्पण के साथ काम किया: जितिन प्रसाद
कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने कहा कि इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि पायलट ने इतने वर्षों तक पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि चीजें अब भी सुलझ जाएंगी। प्रसाद ने ट्वीट किया, ”सचिन पायलट मेरे मित्र हैं। इस तथ्य को कोई नकार नहीं सकता कि इतने वर्षों में उन्होंने पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया है। उम्मीद करता हूं कि हालात संभाले जा सकते हैं। दुखद है कि बात यहां तक पहुंचीं।”
सिंघवी को अब भी उम्मीद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पायलट संवैधानिक पद पर थे और हो सकता है कि उनके कुछ कदम पद के अनुरूप नहीं रहे हों। उन्होंने कहा, ”अगर खुले दरवाजों का रचनात्मक उपयोग नहीं होता है तो कुछ दरवाजों को बंद करना पड़ता है। हम अब भी आशा करते हैं कि विकल्पों का खत्म हो जाना एक अपवाद होगा और मामले का सौहार्दपूर्ण समाधान निकाल लिया जाएगा।”
खुर्शीद और मोइली को भी दुख
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ”यह घटनाक्रम दुखद है। मैं आरोप-प्रत्यारोप की बातों में नहीं पड़ना चाहता। मैं उम्मीद करता हूं कि हम इस सब चीजों के बजाय मिलकर चुनौतियों से लड़ेंगे।” पार्टी नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन पायलट करे भी धैर्य रखना चाहिए था और जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी।”
सिंधिया बोले- पार्टी में योग्यता की कोई जगह नहीं
पूर्व कांग्रेसी नेता और वर्तमान में बीजेपी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में योग्यता के लिए कोई जगह नहीं है। इसे हर राज्य में देखा जा सकता है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उनके पास कोरोना वायरस पर एक बैठक आयोजित करने का समय नहीं था। लेकिन, उनके पास आईफा इवार्ड के लिए इंदौर जाने का समय था। सिंधिया ने आगे कहा कि 23 मार्च को एक सेनानी (शिवराज सिंह चौहान) ने सामने आकर अपने हाथों में राज्य की बागडोर संभाली और अकेले ही राज्य में महामारी का सामना किया।
पायलट को बीजेपी में शामिल होने पर यह बोले शेखावत
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और राजस्थान के कद्दावर नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने सचिन पायलट के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कहा कि पार्टी की स्थापना के बाद से बहुत से लोगों ने इसे ज्वाइन किया है। इसी कारण भाजपा आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। अगर कोई भी जो हमारी विचारधारा को मानता है और पार्टी में शामिल होना चाहता है तो हम निश्चित रूप से उनका खुले हाथों से स्वागत करेंगे।