जनजीवन ब्यूरो / चंडीगढ़ : ICMR और भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोरोनावायरस की वैक्सीन COVAXIN का हरियाणा के रोहतक में मानव पर परीक्षण शुरू हो गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि पीजीआई रोहतक में इसका ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया गया है। आज तीन लोगों पर इसका परीक्षण किया गया। सभी ने इसे अच्छे से ग्रहण किया और किसी में भी कोई विपरीत असर देखने को नहीं मिला।
कोविड-19 संकट से निबटने के लिए दुनिया के कई देशों में वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है। विश्व भर में 140 से ज्यादा वैक्सीन तैयार किये जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कई वैक्सीयन अब फेज 2 ट्रायल से आगे बढ़ चुकी हैं। भारत में भी दो वैक्सीतन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है। इसी के तहत आज हरियाणा में COVAXIN का ट्रायल किया गया है।
आपको बता दें कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR), नेशनल इंस्टीकट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) और भारत बायोटेक ने मिलकर Covaxin नाम से कोरोना की वैक्सीान बनायी है। पहले इसे 15 अगस्त को देश भर में लॉन्च करने की बात कही जा रही थी। लेकिन वैज्ञानिकों का मत है कि किसी भी वैक्सीन को पहले कई चरणों में परीक्षणों से गुजरना होगा, तभी उसका सामान्य उपयोग सही होगा।
वहीं, एक और कंपनी जायडस कैडिला के वैक्सीन का भी ह्यूमन ट्रायल चल रहा है। कंपनी के चेयरमैन पंकज पटेल ने कहा था कि अगले साल यानि 2021 की शुरुआत तक उनकी कंपनी की वैक्सीनन लॉन्चक हो जायेगी। पिछले सप्ताह ही इस कंपनी के वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हुआ है। पटेल ने कहा कि फेज 1 और फेज 2 की स्ट डीज तीन महीने में खत्मह हो जानी चाहिए। उसके बाद बड़े पैमान पर इसका निर्माण किया जायेगा।
दूसरे देशों की बात करें तो ऑक्सगफर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University), मॉडर्ना (Moderna), एस्ट्रा-जेनेका (Astra-Zeneca), कैनसिनो (CanSino), साइनोफार्म (Sinopharm) समेत करीब आधा दर्जन वैक्सी न अभी ट्रायल के एडवांस्डि फेज में हैं। उधर, वैक्सीन बनाने के मामले मे रूस पर कनाडा और अमेरिका ने हैकर्स की मदद से फार्मूला चोरी करने का आरोप लगाया है।