जनजीवन ब्यूरो / जयपुर । राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बागी सचिन पायलट पर जमकर हमला बोला। छह दिन में तीसरी बार हमला बोला है। गहलोत ने पायलट को मासूम चेहरे वाला व्यक्ति, हिंदी-अंग्रेजी पर अच्छी कमांड रखने वाला और देशभर के मीडिया को इम्प्रेस करके रखने वाला नेता बताया, लेकिन कहा कि वे निक्कमे और नकारा हैं। हम जानते थे कि वे कुछ नहीं कर रहे, खाली लोगों को लड़वा रहे हैं। लेकिन मैं भी यहां बैंगन बेचने, सब्जी बेचने नहीं आया हूं। मुख्यमंत्री बनाया गया हूं।
गहलोत ने कहा, ‘पायलट को कम उम्र में सबकुछ मिल गया। पायलट ने बहुत गंदा खेला। पायलट लोगों को लड़वाने का काम करते थे, हमने साजिश का पर्दाफाश किया। वे (सचिन पायलट) भाजपा के समर्थन से पिछले छह महीनों से साजिश रच रहे थे। किसी ने भी मुझ पर तब विश्वास नहीं किया जब मैं कहता था कि सरकार को गिराने की साजिश चल रही है। कोई नहीं जानता था कि इतने निर्दोष चेहरे वाला व्यक्ति ऐसा काम करेगा। मैं यहां सब्जी बेचने के लिए नहीं आया हूं, मैं मुख्यमंत्री हूं।’
पायलट पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूरा विश्वास था, लेकिन खरे नहीं उतरे। उन्हें कम उम्र में केंद्रीय मंत्री बनाया गया। राजस्थान में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उपमुख्यमंत्री का पद था। इतनी कम उम्र में ही उन्हें ऊचाइयों पर पहुंचा दिया, लेकिन पिछले छह महीने से वे भाजपा के साथ मिलकर साजिश रच रहे थे।
‘7 साल में हमने कभी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग नहीं की’
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, ‘सबको मालूम है, पूरा खेल भाजपा खेल रही है। इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ होगा कि पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष ही अपनी पार्टी की सरकार को गिराने में लगा रहा हो। सात साल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को हटाने की मांग कभी नहीं उठी, जबकि हमें पता था कि सचिन पायलट कुछ नहीं कर रहे।’ जबकि हम जानते थे कि वो निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है। खाली लोगों को लड़वा रहा है।
‘सरकार के खिलाफ साजिश चल रही है’
गहलोत ने कहा- हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी 50-50 लाख रुपए की फीस लेते हैं। पायलट कहां से दे रहे हैं? मैं पहले भी कहता रहा हूं कि साजिश चल रही है। किसी को यकीन नहीं होता था। पहले 10 मार्च को खेल होना था। 11 मार्च को इन्हें (पायलट) मानेसर जाना था। मुंबई मे कई बड़े कॉरपोरेट हाउस इन्हें फंडिंग कर रहे हैं।
‘पायलट छिपकर दिल्ली जाते थे’
मुख्यमंत्री ने कहा- पायलट जयपुर से छिपकर दिल्ली जाते थे। खुद गाड़ी चलाकर जाते थे। वही काम भाजपा के नेता भी कर रहे हैं। गुड़गांव में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। वहां सभी के मोबाइल ले लिए गए। वहां के लोग नाई से फोन लेकर बात कर हैं, रो रहे हैं। कोई कह रहा है कि वेटर से फोन लेकर बात कर रहा हूं। इधर हमारे लोग तो फ्री हैं।
‘कोरोना काल में इस तरह की हरकत’
गहलोत ने कहा- जिस तरह ये पूरा खेल खेला गया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वो भी नौजवान साथी हैं। उनसे उम्मीद थी कि कांग्रेस के एसेट्स साबित होंगे। उस आदमी ने गुड़गांव के होटल में बाउंसर लगा रखे हैं। किसी को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। इस तरह का खेल चल रहा है। इस बात का दुख है कि कोरोना काल में आप इस तरह की हरकत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि कोई उनके (पायलट) खिलाफ कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है। ये जो खेल अभी हुआ है, वो दस मार्च को होना था। 10 मार्च को गाड़ी मानेसर के लिए रवाना हुई थी लेकिन हम इसे सबके सामने ले आए। गहलोत ने कहा कि पायलट कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहते थे। बड़े-बड़े कॉरपोरेट उनकी फंडिंग कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से भी उनकी फंडिंग की जा रही है।