जनजीवन ब्यूरो / जयपुर । कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट सोमवार को खुलकर सामने आए। पायलट ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि राजस्थान में उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्हें बदनाम करने की साजिश चल रही है। उन्होंने खुद पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर मानहानि और कानूनी कार्रवाई की बात भी कही है। दरअसल, कांग्रेस विधायक ने अब पायलट पर 35 करोड़ रुपए के ऑफर की बात कही है। पायलट ने अपने ताजा बयान में कहा है कि ‘मैं ऐसे आरोपों से दुखी हूं, लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हूं। ऐसे आरोप में छवि खराब करने की लगातार कोशिश की जा रही हैं। मैं अभी कांग्रेसी हूं।’
सचिन पायलट की यह प्रतिक्रिया प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान के ठीक बाद सामने आई जिसमें उन्होंने पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा जुबानी हमला बोला। गहलोत ने मीडिया के बीच बातचीत में कहा कि ऐसी नौबत आई ही क्यों कि आज हमारेअपने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट कोर्ट पहुंच गए। उन्होंने कहा कि पायलट 7 साल प्रदेश के अध्यक्ष रहे, आलाकमान का उनपर इतना विश्वास था लेकिन जिस रूप से पिछले 6 महीने से उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर पार्टी से अलग होकर साजिश रची। उन्होंने ये भी कहा कि हम जानते थे कि वो निकम्मा है फिर भी पिछले सात साल में एक बार भी प्रदेशाध्यक्ष को हटाने की मांग नहीं की।
कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की ओर से 35 करोड़ की रिश्वत ऑफर करने के आरोप पर सचिन पायलट ने सफाई दी है। एक टीवी चैनल से पायलट ने कहा कि मैं ऐसे आरोपों से दुखी हूं, लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हूं। ऐसे आरोप में छवि खराब करने की लगातार कोशिश की जा रही हैं। मैं अभी कांग्रेसी हूं। पायलट ने कहा कि राजस्थान में पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के सदस्य और विधायक के रूप में मेरी वाजिब चिंताओं को दबाया जा सके। मुझे बदनाम करवाने और मेरी विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश है। मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर ने मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय में दोनों के बीच करीब 1 घंटे तक बैठक चली जिसमें दोनों नेताओं ने राजस्थान के सियासी घमासान पर चर्चा की। अटकलें लगाई जा रही हैं कि जेपी नड्डा ने ओम माथुर से प्रदेश की सियासत के तमाम घटनाक्रम पर फीडबैक लिया है।