जनजीवन ब्यूरो / धनबाद : जरा सी लापरवाही हुई कि कोरोना ने पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दी। कोरोना से संक्रमित मां की अर्थी को कंधा देने वाले उसके पांच बेटों की मौत हो गई। पोते की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से धनबाद के कतरास आई थी महिला
दरअसल, एक 90 साल की बुजुर्ग महिला 27 जून को अपने पोते की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से धनबाद के कतरास गई थीं। महिला की उम्र 90 साल थी। यहां उनकी तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद उनका कोरोना का टेस्ट कराया गया जो पॉजिटिव निकला। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई। बेटों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया। इसके बाद उस महिला के दो बेटे संक्रमित पाए गए, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके कुछ दिन बाद दो और बेटों में कोरोना के लक्षण दिखे और इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। पांचवें बेटे ने सोमवार को रिम्स रांची अस्पताल में दम तोड़ दिया।
इस तरह सिर्फ 15 दिन के भीतर ही कोरोना वायरस महामारी की वजह से एक ही परिवार के छह लोगों की जान चली गई। परिवार की सबसे बड़ी गलती यह रही कि उन्होंने मां का अंतिम संस्कार आईसीएमआर की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर न करके सामान्य तौर पर ही कर दिया, जिसकी वजह से दूसरे लोगों में संक्रमण फैला।