जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : अपराधियों का स्वर्ग और निकम्मापन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर बिहार पुलिस को महाराष्ट्र में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच के लिए बिहार पुलिस को मुंबई पुलिस कोई भाव नहीं दे रही है। नतीजतन बिहार पुलिस दर दर की ठोकरें खा रही है। बताया जाता है कि, पुलिस की टीम तीन किलोमीटर पैदल चलकर सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड रहीं अंकिता लोखंडे के घर पहुंचीं, जहां उनसे पूछताछ की। जिसके बाद एक्ट्रेस ने उन्हें अपनी जैगुआर गाड़ी से वापस पहुंचाया।
अंकिता के घर से निकलते हुए बिहार पुलिस का फोटो और वीडियो भी सामने आए हैं। कार के सामने वाली सीट पर अंकिता के भाई और पीआर नजर आ रहे हैं, जबकि पीछे बिहार पुलिस है।
न्यूज 18 की खबर के हवाले से बताया है, एक्ट्रेस ने बिहार पुलिस को घर से लौटते वक्त अपनी जगुआर कार दे दी, जिसमें बैठकर पुलिस टीम अपने अगले स्थान पर पहुंची। ऐसे में बिहार पुलिस की टीम पैदल नहीं जाना पड़ा। बता दें कि कोविड-19 की वजह से शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं चल रहा है, ऐसे में बिहार पुलिस को पैदल ही अपना रास्ता तय करना पड़ा।
आत्महत्या को लेकर सुशांत सिंह राजपूत ने कही थी यह बात
अंकिता ने आज तक से बात करते हुए कहा, ‘बहुत पुरानी बात है तब किसी ने आत्महत्या कर ली थी। हम लोग साथ बैठकर बात कर रहे थे कि आखिर कैसे कोई अपनी जान दे सकता है। उस वक्त सुशांत ने मुझे कहा था कि अंकिता मुझे कभी आत्महत्या का ख्याल आया तो मैं 15 मिनट में उसे बदल दूंगा। मैं सब ठीक करूंगा। मैं ऐसे ही नहीं जाऊंगा’।
वहीं एक इंटरव्यू में अंकिता ने रिया को लेकर कहा, ‘मैं रिया और सुशांत के बारे में कुछ नहीं कह सकती। मुझे नहीं पता क्या हुआ और मैं कोई नहीं होती इस बारे में बोलने वाली। लेकिन सुशांत के परिवार के मैं साथ हूं क्योंकि अगर आप किसी पर आरोप लगाते हो तो आपके पास जरूर कोई प्रूफ होगा। तो मैं सुशांत के परिवार के साथ हूं’।
रिया के छोड़कर जाने पर अंकिता ने कहा, ‘मुझे पता चला कि रिया 8 जून को उन्हें छोड़कर चली गई थी। लेकिन मेरा कंसर्न रिया नहीं हैं। मेरा कंसर्न सुशांत और उनका परिवार है। लेकिन अगर आपको उन्हें पता चला कि सुशांत ठीक नहीं है तो आप ऐसे कैसे किसी को छोड़कर जा सकते हो। आपको उनके पैरेंट्स को बताना चाहिए था। मैं होती तो ये करती। कोई नहीं कह रहा है कि आप रहो पर आप परिवार को बता सकते थे। लेकिन अकेले नहीं छोड़ना था’।