जनजीवन ब्यूरो / मुम्बई । बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने यहां एक कोविड-19 पृथक केंद्र में रखे गए बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को गृह राज्य जाने की अनुमति दे दी। सेंट्रल पटना के पुलिस अधीक्षक तिवारी सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच के सिलसिले में रविवार को मुम्बई पहुंचे थे। यहां पहुंचने के साथ ही उन्हें 15 अगस्त तक पृथक-केंद्र में रहने को कहा गया। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार पुलिस के आग्रह पर तिवारी को कोरोना वायरस के मद्देनजर पृथक-वास की तय अवधि से एक सप्ताह पहले छोड़ दिया गया। अधिकारी ने बताया कि वह शाम को पटना के लिए रवाना होंगे।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच करने बिहार पुलिस की ओर से मुंबई गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी वहां से पटना के लिए निकल गए हैं। तिवारी को यहां बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने क्वारंटीन कर दिया था, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था।
इस मामले में तिवारी ने बिहार सरकार की जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘मैं कहूंगा कि मुझे क्वारंटीन नहीं किया गया था, बल्कि जांच को ही क्वारंटीन कर दिया गया था। बिहार पुलिस की जांच प्रभावित हुई थी।’
तिवारी ने कहा, ‘बीएमसी ने मुझे एक टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से जानकारी दी है कि मैं क्वारंटीन से बाहर जा सकता हूं। अब मैं पटना के लिए निकलूंगा।’ इससे पहले क्वारंटीन किए गए बिहार पुलिस के चार अधिकारियों को कल यानी गुरुवार को जाने जाने की अनुमति दे दी गई थी। बता दें कि बीएमसी के अधिकारियों ने तिवारी को जबरन क्वारंटीन कर दिया था। इसे लेकर बीएमसी की काफी किरकिरी भी हुई थी। सफाई में बीएमसी ने नियमों का हवाला दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में कहा था कि इससे गलत संदेश गया है। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी इस पर नाराजगी जताई थी।