जनजीवन ब्यूरो / मुंबई । बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आरोपी अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती शुक्रवार को मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) के ऑफिस में पूछताछ के लिए पेश हुई। ईडी करीब साढ़े 3 घंटे से रिया से पूछताछ कर रही है। सूत्रों के अनुसार अभी 4 घंटे और पूछताछ चल सकती है। सूत्रों ने बताया कि रिया ईडी के कई सवालों के जवाब नहीं दे पा रही है। ईडी के सारे सवालों का जवाब रिया को लिखित तौर पर देना पड़ रहा है। इस बीच रिया के साथ मौजूद उसका भाई शोविक ईडी कार्यालय से कुछ घंटे बाद निकल गया। ईडी सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए हैं, उनके आधार पर ईडी ने इस मामले में रिया से पूछताछ के लिए एक प्रश्नावली तैयार की है, जिसमें 3 चरणों में सवाल पूछे जाएंगे। इन सवालों में सबसे अहम है कि क्या सुशांत सिंह ने अपने बैंक खाते को ऑपरेट करने के अधिकार रिया को दिए थे और क्या रिया ने सुशांत सिंह से कोई विल बनवाई थी। हाल ही में इस बारे में खुलासा हुआ है कि सुशांत केस में आरोपी रिया चक्रवर्ती ने हाल ही में खार में दो फ्लैट खरीदे थे.
इससे पहले रिया चक्रवर्ती के वकील ने ईडी से गुहार की थी कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है, तब तक इस मामले में ईडी उनसे पूछताछ न करे। मगर ईडी ने उनके एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया। दोपहर 12 बजे ईडी ने रिया चक्रवर्ती को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद अपना बयान दर्ज करने के लिए रिया चक्रवर्ती ईडी के सामने पेश हुई। वहीं चक्रवर्ती ने न्यायालय में याचिका दायर करके बिहार पुलिस द्वारा दर्ज मामले को स्थानांतरित कर मुंबई पुलिस को सौंपे जाने का अनुरोध किया था। इस याचिका पर अगले सप्ताह शीर्ष अदालत में सुनवाई होगी। मुंबई पुलिस राजपूत की मौत के मामले में अलग से जांच कर रही है। राजपूत के पिता के के सिंह ने राजपूत (34) के बैंक खातों में वित्तीय अनियमितताओं का भी आरोप लगाया था।
सुशांत के घर के कर्मचारी से भी हुई थी पूछताछ
ईडी ने धनशोधन मामले के सिलसिले में बुधवार को अभिनेता के घर के एक कर्मचारी सैमुअल मिरांडा से पूछताछ की थी। ईडी ने मामले में अभी तक कुछ लोगों से पूछताछ की है जिसमें राजपूत के चार्टर्ड अकाउंटेंड (सीए) संदीप श्रीधर से तीन अगस्त को की गई पूछताछ शामिल है।
रिया चक्रवर्ती के पीछे क्यों पड़ी है ईडी?
सबसे पहले समझते हैं कि ईडी सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की जांच क्यों कर रही है। दरअसल, ईडी सुशांत के पिता केके सिंह की तरफ से पटना में दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर यह जांच कर रही है। एफआईआर की स्टडी के बाद ईडी ने 31 जुलाई को रिया चक्रवर्ती और उनके फैमिली मेंबर्स और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
किन आरोपों की जांच कर रही है ईडी?
सुशांत के पिता केके सिंह ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि रिया और उनके फैमिली मेंबर्स ने उनके बेटे के अकांउट से 15 करोड़ रुपये का हेरफेर किया था। एफआईआर में कहा गया है कि 2019 में सुशांत के अकांउट में 17 करोड़ रुपये थे लेकिन कुछ ही महीनों के भीतर उसमें से 15 करोड़ रुपये ऐसे 3 खातों में ट्रांसफर किए गए जिनसे उनका कोई संबंध नहीं था। आरोप है कि ये अकाउंट्स रिया, उसके भाई शोविक और उसकी मां के हैं।
रिया के पास प्रॉपर्टी खरीदने और निवेश के लिए कहां से पैसे आएं?
ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल से जांच कर रही है। उसे शक है कि सुशांत के बैंक अकाउंट से रिया और उनके भाई के जरिए ट्रांजैक्शंस हुए हैं। रिया ने कुछ प्रॉपर्टी भी खरीदी है, जो ईडी की नजर में आई हैं। उनकी 2018-19 की इनकम लगभग 14 लाख है जबकि उनकी 2 बड़ी प्रॉपर्टीज नजर में आई हैं जिनकी कीमत उनकी आय से बहुत अधिक है रिया ने कुछ कंपनियों और स्टार्टअप में भी निवेश किया है। ईडी यह जांच कर रही है कि ये पैसे कहां से आए, कहीं मनी लॉन्ड्रिंग के पैसों से तो ये निवेश और खरीदारियां नहीं हुई हैं।
ईडी रिया के पीछे क्यों पड़ी है और क्या जांच रही है, इसे समझने के बाद आइए अब समझते हैं कि आखिरी ईडी है क्या और इसके काम क्या हैं।
क्या है ईडी?
ईडी एक केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी है। यह एक गैर-संवैधानिक निकाय है यानी इसका संविधान में कोई जिक्र नहीं है। इसकी स्थापना 1965 में हुई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसके देश में कुल 10 जोनल कार्यालय हैं। ये हैं- मुंबई, दिल्ली, चेन्नै, कोलकाता, चंडीगढ़, लखनऊ, कोच्चि, अहमदाबाद, बेंगलुरु और हैदराबाद।
ईडी का काम क्या है?
आसान भाषा में कहें तो ईडी का काम आर्थिक भ्रष्टाचार यानी वित्तीय घपलों की जांच करना है। इसकी जांच का दायरा काफी बड़ा है। यह फेमा यानी फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट ऐक्ट के उल्लंघनों की जांच करती है। विदेशों में संपत्ति की खरीद, हवाला लेनदेन, बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा पर कब्जे, विदेशी मुद्रा के अवैध व्यापार के मामलों की जांच करती है। इसके लिए वह केंद्र और राज्यों की एजेंसियों से शिकायतों और खुफिया जानकारी हासिल करती है। मनी लॉन्ड्रिंग के संदिग्ध मामलों की जांच की वजह से यह एजेंसी अक्सर सुर्खियों में रहती है।