जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मंत्री चेतन चौहान की मौत हो गई है। कोरोना से संक्रमित होने के बाद चेतन चौहान को गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मेदांता हॉस्पिटल में ही इलाज के दौरान किडनी फेल होने के चलते रविवार को उनका निधन हो गया। इससे पहले 2 अगस्त को यूपी सरकार में मंत्री कमल रानी वरुण का भी कोरोना के चलते निधन हो गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहयोगी मंत्री के निधन पर दुख जताया है।
उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए एक अपूरणीय क्षति : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल के मेरे वरिष्ठ सहयोगी और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान जी नहीं रहे। यह मेरे मंत्रिमंडल के सहयोगियों के लिए और उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे जितने लोकप्रिय खिलाड़ी थे, उतने ही लोकप्रिय जन नेता भी थे। मैंने उनके परिवार के सदस्यों से अभी बात की है। कल चेतन चौहान जी का अंतिम संस्कार होगा। अभी सात बजे हमारी आकस्मिक कैबिनेट बैठक होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी, श्री चेतन चौहान जी के असामयिक निधन का व्यथित कर देने वाला समाचार प्राप्त हुआ। प्रभु श्री राम, श्री चौहान जी के परिजनों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति एवं दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। ॐ शांति’
अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके चेतन चौहान भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी रहे हैं। इसके अलावा वह 1991 से 1998 तक सांसद भी रहे हैं। बीजेपी में शामिल होने के बाद वह यूपी की सरकार में सैनिक कल्याण, होमगार्ड्स, प्रांतीय रक्षक दल और नागरिक सुरक्षा मंत्री बने थे। फिलहाल उनकी उम्र 73 वर्ष की थी। चेतन चौहान उत्तर प्रदेश के अमरोहा से ही सांसद भी रहे हैं। वर्तमान में वह अमरोहा की नोगांवा सहादात सीट से विधायक थे।
11 जुलाई को हुआ था कोरोना
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चौहान को 11 जुलाई को कोरोना जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 15 जुलाई को उन्हें लखनऊ के पीजीआई से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल शिफ्ट किया गया था। कल तबियत ज्यादा खराब होने पर वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था। यूपी के दूसरे मंत्री की कोरोना की वजह से मौत। इससे पहले कमल रानी वरुण की भी कोरोना की वजह से मौत हुई थी। अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा के विधायक चेतन चौहान ने पिछले महीने 21 जुलाई को उन्होंने अपना 73वां जन्मदिन मनाया था।
किडनी ने काम करना बंद कर दिया था
शनिवार को डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया था, ‘सुबह चेतन जी की किडनी ने काम करना बंद कर दिया और फिर कई अंगों ने। वह लाइफ सपोर्ट पर हैं। हम दुआ कर रहे हैं कि यह जंग वह जीत जाए।’ भारत के लिए 40 टेस्ट खेलने वाले चौहान लंबे समय तक सुनील गावस्कर के सलामी जोड़ीदार रहे। वह दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में भी विभिन्न पदों पर रहे और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के मैनेजर भी थे।
भारत में फेसबुक-व्हाट्सएप पर भाजपा और आरएसएस का नियंत्रण- राहुल गांधी
जनजीवन ब्यूरो नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि भारत में सोशल मीडिया फेसबुक और व्हाट्सएप को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नियंत्रित करते हैं। राहुल ने यह आरोप अमेरिका के अखबार ‘द वालस्ट्रीट जर्नल’ की एक खबर के हवाले से लगाया।
राहुल ने ट्वीट किया, ‘भाजपा और आरएसएस भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप को नियंत्रित करते हैं। वे इसके माध्यम से फर्जी खबरें और नफरत फैलाते हैं और इसका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए करते हैं। आखिरकार, अमेरिकी मीडिया फेसबुक के बारे में सच को सामने लाया है।’
वहीं, राहुल गांधी के इस ट्वीट पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर कहा, अपनी ही पार्टी के लोगों को प्रभावित करने में असफल होने वाले हारे हुए लोग इस बात का हवाला दे रहे हैं कि पूरी दुनिया पर भाजपा और आरएसएस का नियंत्रण है।
कैंब्रिज एनालिटिका मामले का जिक्र करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, चुनाव से पहले डाटा को हथियार बनाने के लिए आपको कैंब्रिज एनालिटिका और फेसबुक के साथ गठजोड़ करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। प्रसाद ने यह बात राहुल के ट्वीट पर ही लिखी और पूछा, ‘अब आप हमसे सवाल कर रहे हैं?’
क्या कहता है वालस्ट्रीट जर्नल का लेख
राहुल ने द वालस्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित जिस लेख का उल्लेख किया है उसमें कहा गया है कि फेसबुक भारत में सत्ताधारी दल भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हेट स्पीच और आपत्तिजनक सामग्री को लेकर कोताही बरतता है। इस लेख में फेसबुक के एक अधिकारी के हवाले से यह भी लिखा गया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने से सोशल मीडिया कंपनी के भारत में कारोबार पर भारी असर पड़ सकता है। लेख में फेसबुक की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए गए हैं।