जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । राज्यसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने साफ किया कि राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा था कि जिन लोगों ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, वे भारतीय जनता पार्टी से सांठगांठ कर रहे हैं। आजाद ने कहा कि ‘राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के अंदर या इसके बाहर कभी भी यह नहीं कहा है कि पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं। यह बात पूरी तरह से गलत है।’
उन्होंने कहा, ‘दूसरी बात, मैंने कार्यसमिति की बैठक में जो कुछ कहा, वह दुर्भाग्य से अधिकांश लोगों ने पत्र को पूरा नहीं देखा है। क्योंकि लीक हुआ हिस्सा पत्र का थोड़ा ही हिस्सा है। पूरे पत्र को पढ़े बिना ही कल हमारे कुछ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह बीजेपी के इशारे पर किया जा रहा है। मैंने कहा है कि अगर उन लोगों और नेताओं में से कोई भी साबित करेगा कि यह बीजेपी के इशारे पर किया गया, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। उस संदर्भ में, मैंने कहा कि अगर वे इसे साबित करते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा और मैंने राहुल गांधी से यह साबित करने के लिए नहीं कहा। मैंने इस्तीफा नहीं दिया है।’
सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस नेता आजाद ने स्पष्ट किया कि यह पत्र सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नहीं था। इसके कुछ लोगों ने गलत रूप से लिया है। आजाद ने कहा कि पिछले एक महीने से ऐसी अफवाहें थीं कि राहुल गांधी इस समय कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में वापस नहीं आना चाहते हैं और सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम प्रमुख के रूप में जारी नहीं रखना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि यह सुझाव था कि सोनिया गांधी किसी और को उस पद के लिए नियुक्त कर सकती हैं और पत्र को भी इसी रूप में लिखा गया था। आजाद ने बैठक में बताया कि पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष से आग्रह किया गया था कि वे किसी को पद पर नियुक्त करने से पहले चर्चा करें और सलाह लें। यदि किसी तीसरे व्यक्ति को शीर्ष पद पर नियुक्त किया जाता है तो उसे संसदीय बोर्ड का गठन करना, सक्रिय होना और सामूहिक नेतृत्व करना जैसे कुछ काम करने होंगे।
सिब्बल ने ट्वीट कर कसा था तंज
राहुल गांधी की सीडब्ल्यूसी बैठक में कथित टिप्पणी को लेकर तब घमासान शुरू हुआ था, जब पार्टी नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए तंज कसा था। कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया था कि उन्होंने पिछले 30 वर्षों में बीजेपी के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया, इसके बावजूद हम बीजेपी के साथ साठगांठ कर रहे हैं। हालांकि, बाद में कपिल सिब्बल ने राहुल गांधी पर किए गए अपने ट्वीट को वापस ले लिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राहुल गांधी ने व्यक्तिगत तौर पर मुझे सूचित किया कि उन्होंने वो कभी नहीं कहा था जो उनके हवाले से बताया गया है। ऐसे में मैं अपना पहले का ट्वीट वापस लेता हूं।’