जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्ष के महागठबंधन के बीच जोर आजमाइश 14 सितंबर को राज्यसभा में देखने को मिलेगी। दरअसल राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव होना है। इस पद की दौड़ में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राज्यसभा सांसद हरिवंश प्रसाद सिंह ने पहले ही बतौर एनडीए उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं विपक्ष की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सांसद मनोज कुमार झा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने शुक्रवार को राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए नामांकन दाखिल किया। वे इस पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार हैं।जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राज्यसभा सांसद हरिवंश प्रसाद सिंह पहले ही बतौर एनडीए उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं अब मनोज झा ने भी विपक्षी उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इस बार राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए लड़ाई दिलचस्प होने वाली है क्योंकि दोनों ही उम्मीदवार बिहार से हैं और बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में लड़ाई जदयू बनाम राजद होगी।
सनद रहे कि मनोज झा पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं। उन्हें एक कुशल प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता है। साथ ही उनकी ईमानदारी की भी चर्चा होती रहती है। राज्यसभा में कुल 245 सदस्य हैं। इनमें से 116 सांसद एनडीए के हैं। इसके अलावा एनडीए को बीजू जनता दल (बीजद), वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति सहित अन्य दलों से समर्थन मिलने की संभावना है। ऐसे में एनडीए उम्मीदवार की जीत की आशंका ज्यादा है।
जबकि हरिवंश प्रसाद पहले भी 2018 में एक बार राज्यसभा के उपसभापति चुने जा चुके हैं। एनडीए के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरि प्रसाद को हराया था। उस समय हरिवंश को 125 वोट मिले थे, जबकि बीके हरिप्रसाद को 105 वोट मिले थे। 2014 में हरिवंश बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गए थे। हरिवंश पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के अतिरिक्त सूचना सलाहकार भी रह चुके हैं।