जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । जेएनयू के पूर्व छात्रनेता उमर खालिद की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक गलियारों से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही है। विपक्षी नेताओं समेत समाज का बड़ा वर्ग उमर खालिद की गिरफ्तारी के विरोध में है। इनमें जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, प्रशांत भूषण आदि शामिल हैं। महबूबा मुफ्ती ने तो यहां तक कह दिया है कि कपिल मिश्रा और कोमल बाहर घूम रहे हैं और उमर व सफूरा जेल में हैं।
महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीट में कहा है कि भारत में किसको जेल होगी किसे नहीं यह अपराध नहीं धर्म तय करता है। यह कोई संयोग नहीं है कि उमर और सफूरा जेल में हैं तो कपिल और कोमल बाहर घूम रहे हैं।
इस मामले पर प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट किया है कि, दिल्ली पुलिस ने येचुरी, योगेंद्र यादव, जयती घोष और अपूर्वानंद का नाम लेने के बाद जिस तरह से उमर खालिद को गिरफ्तार किया है उसके बाद दिल्ली हिंसा में हो रही जांच की प्रकृति पर को शक शेष नहीं रह जाता। यह जांच के रूप में यह मासूम प्रदर्शनकारियों को फंसाने का पुलिस का षड्यंत्र है।