जनजीवन ब्यूरो / पटना । बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही महागठबंधन व एनडीए में आया राम गया राम की स्थिति है। एनडीए में चिराग पासवान का बागी तेवर एनडीए के लिए चिंता की बात है तो महागठबंधन से आरएलएसपी के छोड़ने की चिंता दोनों घटक दलों को बढ़ा दी है। एलजेपी को बीजेपी व जडयू 25 सीटों से ज्यादा नहीं देने जा रही है। माना जा रहा है कि एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान अलग चुनाव लड़ने की धमकी दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, अगले हफ्ते आरजेडी तेजस्वी यादव को विपक्षी गठबंधन का चेहरा के रूप में औपचारिक तौर पर प्रोजेक्ट कर देगा।
वहीं छोटे-छोटे दलों के लिए राज्य में मुश्किल खड़े होने लगी है। उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी, पप्पू यादव और बाकी दलों को महागठबंधन में जगह देने में आरजेडी मुश्किल शर्त लगा रही है। एनडीए में पहले से ही जो दल हैं उनके बीच सीटों का बंटवारा चुनौती है, ऐसे में अब इनके सामने तीसरा मोर्चा बनाने का ही विकल्प सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार, आरजेडी ने इन छोटे दलों से कहा है कि अगर उन्हें महागठबंधन का हिस्सा बनना है तो कांग्रेस या आरजेडी के चुनाव चिह्न पर ही चुनाव लड़ना होगा। हालांकि उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए से भी समानांतर संपर्क साधा, लेकिन वहां भी सीटों का मसला फंस गया है। अब ये तीसरा मोर्चा बनाते हैं तो ओवैसी की पार्टी भी साथ आ सकती है।
गुप्तेश्वर पांडे लोकसभा चुनाव लड़ेंगे?
सूत्रों के अनुसार, डीजीपी पद से इस्तीफा देने वाले सीनियर पुलिस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडे चुनाव लड़ेंगे। जेडीयू की टिकट पर उनका चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। लेकिन वह विधानसभा चुनाव लड़ेगे या लोकसभा चुनाव, इस बारे में अभी तय नहीं है। दरअसल विधानसभा चुनाव के साथ राज्य की एक लोकसभा सीट वाल्मीकिनगर पर भी चुनाव होने हैं। सूत्रों के अनुसार, खुद पूर्व डीजीपी लोकसभा चुनाव लड़ने को इच्छुक हैं। लेकिन इनके नाम का औपचारिक एलान बीजेपी-जेडीयू के बीच सीटों की सहमति के बाद हो सकता है। मालूम हो कि बिहार के डीजीपी पद से उन्होंने दो दिन पहले इस्तीफा देते हुए वीआरएस ले लिया था। गुप्तेश्वर पांडे ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि उन्हें 12 जगहों से चुनाव लड़ने का ऑफर है।
चिराग पासवान के बागी तेवर जारी
वहीं एलजेपी के एनडीए में बागी तेवर जारी है। पार्टी ने मीडिया में आयी उन खबरों को खारिज किया कि एनडीए में सीट को लेकर सहमति हो गई है और एलजेपी कम सीट पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गई है। एलजेपी ने कहा कि गठबंधन दल के किसी नेता ने अभी तक इस विषय पर चर्चा नहीं की गई है। पार्टी के एक सीनियर नेता ने कहा कि बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी नेताओं के बीच कोई बिहार के भविष्य व सीटों के तालमेल पर बात नहीं हुई है। एलजेपी ने फिर कहा कि वह चाहती है कि बीजेपी ज़्यादा सीटों पर लड़े। एलजेपी ने कहा कि वह अब 143 सीटों पर उम्मीदवारों की तलाश भी शुरू कर चुकी है।