नई दिल्ली। भले ही बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन और एनडीए मतदाताओं को बता रहें हैं कि सब कुछ ठीकठाक है। मगर दोनों गठबंधनों को सीट शेयरिंग पसीना निकाल रहा है। महागठबंधन में राजद को कांग्रेस का सम्मानजनक सीट नहीं मिलने पर अकेले चुनाव में जाने की बात परेशान कर रही है। जबकि एनडीए में लोजपा आर-पार करने की मूड में आ चुका है। आखिर लोजपा 143 सीटों पर ही क्यों कर रही है दावा ?
ऐसा नहीं है कि लोजपा रातों रात 143 सीटों पर दावेदारी कर रही है। लोजपा शुरू से ही कह रही है कि वह 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
आखिर लोजपा 143 सीटों पर क्यों कर रही है दावा
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने दो साल पहले ही अपने कार्यकर्ताओं से कहा था कि जिनको विस का चुनाव लड़ना हो वो अपने अपने क्षेत्रों में बूथ कमेटी का गठन कर 50000 सदस्य बनाएं। प्रत्येक सदस्य से दस रूपए लिए जांए। फर्जी सदस्यता को रोकने के लिए सदस्यों के नाम के साथ साथ मोबाइल नंबर भी लेने के लिए कहा गया था। पार्टी दफ्तर से फोन कर व फिल्ड में जाकर जांच करने पर 143 विस क्षेत्रों में उम्मीदवारों की स्थिति मजबूत पाई गई है।
लेकिन इस बीच खबर है कि भाजपा ने लोजपा को 27 विधानसभा सीटों और एमएलसी की दो सीटें ऑफर की हैं। भाजपा ने लोजपा को इन सीटों की पूरी लिस्ट भी सौंप दी है। इस ऑफर पर अब लोजपा की केंद्रीय चुनाव समिति अंतिम निर्णय लेगी। जबकि लोजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 27 सीट किस रूप में सम्मानजनक दिखाई देगा। भाजपा रणनीतिकार को समझना चाहिए कि भाजपा का ग्राफ लोकसभा चुनाव में बढ़ा है, तो लोजपा ने भी सभी के सभी छह प्रत्याशी लोकसभा चुनाव जीतकर लाएं है। उनका कहना है कि लोजपा के छह सांसद के हिसाब से विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो फिर 36 तो स्वभाविक तौर पर दावेदारी बनती है। उसमें एक और ज्यादा हो सकता है। वहीं लोजपा यदि इन संख्याबल से नीचे जाती है,तो फिर तय है कि आगामी लोकसभा चुनाव-2024 में उनकी प्रत्याशियों की संख्या कम हो सकती है। ऐसी सूरत में लोजपा के लिए 35-40 सीट से कम पर विधानसभा चुनाव लड़ना पार्टी के लिए आत्मघाती है।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार का कहना है कि पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के उस बयान को स्वागत करती है जिसमें 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। अगर समय रहते एनडीए ने सकारात्म पहल नहीं किया तो, लोजपा अध्यक्ष का ईशारा मिलते ही सभी 143 प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी।
क्या होगा लोजपा का नारा
अजय कुमार का कहना है कि लोजपा बिहार व बिहारियों को पूरे देश में सम्मान दिलाने के लिए वचनबद्ध है। विधान सभा चुनाव में पार्टी I LOVE BIHAR, I LOVE BIHARI के नारे के साथ मैदान में उतरेगी। उनका कहना है कि बिहारियों के साथ महाराष्ट्र गुजरात प॓जाब जैसे राज्यों मे भेदभाव बरता जाता है जबकि बिहारी छात्र भारीभरकम डोनेशन देकर मेडिल व इंजीनियरिंग कालेज को जिंदा रखते हैं।
बॉक्स-1
महागठबंधन के बाद एनडीए से मायूस कुशवाहा ने बसपा और जेएसपी संग बनाया नया मोर्चा
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की सीटों के मुद्दे को लेकर महागठबंधन के बाद एनडीए से भी बात नहीं बन पाई। मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा ने बीएसपी और जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के साथ मिलकर नया मोर्चा बनाया। इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी और नीतीश सरकार दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, इसलिए बिहार की जनता को अब एक नए विकल्प की आवश्यकता है। उपेंद्र ने कहा कि पिछले 30 सालों से बिहार में जंगलराज कायम है। कुशवाहा का कहना है कि ऐसी चर्चा है कि किसी न किसी रूप में भाजपा महागठबंधन में भी अपनी पकड़ रखती है।