जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । बिहार चुनाव परवान चढ़ रहा है । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है जिसके बाद अब सबकी उम्मीद बैंक ईएमआई घटाने पर लग गई है । आरबीआई की घोषणा के चंद मिनट बाद आंध्रा बैंक ने अपनी ब्याज दर सस्ती करने का ऐलान कर दिया। बैंक ने 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। आरबीआई गर्वनर ने भी कहा है कि वह सरकार के साथ मिलकर कोशिश करेंगे कि बैंकों से आम लोगों को फायदा हो। माना जा रहा है कि बिहार चुनाव में भाजपा को रिजर्व बैंक की घोषणा का फायदा मिलेगा.
पत्रकारों से बात करते हुए राजन ने कहा कि ये कटौती ज़मीनी स्तर पर हुए बदलावों की वजह से है और ये कोई दिवाली बोनस नहीं है। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन आज चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पेश की। बैंक ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट में भी जबकि सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
हालांकि सीआरआर में आरबीआई ने कोई बदलाव नहीं किया है। नई मौद्रिक नीति के बाद रेपो रेट 7.25% से घट कर 6.75% कर दी है वहीं रिवर्स रेपो रेट 6.25% से घाटा कर 5.75% कर दी गई है।
कयास लगाए जा रहे थे कि आर्थिक विकास को गति देने के लिहाज से रेपो रेट में 0.25 फ़ीसदी की कटौती की जा सकती है। लेकिन राजन ने इसमें 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती का ऐलान कर सबको चौंका दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी पिछले सप्ताह कहा था कि अब ब्याज दरें नीचे आनी चाहिए। भारतीय स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने भी कहा कि आगामी महीनों में खाद्य वस्तुओं के दाम चढ़ने की संभावना नहीं है, ऐसे में ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश बनती है।