जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार में सवर्ण जाति का मुख्यमंत्री नहीं होगा, बल्कि पिछड़ी जाति से ही मुख्यमंत्री होंगे । राधामोहन सिंह, राजीव प्रताप रूड़ी समेत खुद गिरिराज सिंह भी भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की दौड़ में है। आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने सवर्णों को ही सबसे ज्यादा टिकट दिया है।
माना जा रहा है कि लालू के पिछड़ा कार्ड का तोड़ निकालते हुए ही गिरिराज सिंह ने बिहार में सवर्ण जाति के नेता को मुख्यमंत्री न बनाने की बात कही है। गिरिराज का बयान रणनीतिक अधिक है, लेकिन भाजपा इस पर अमल करती है तो कई सवर्ण नेताओं का पत्ता कट जाएगा।
भाजपा में पिछड़ी जाति के नेताओं सुशील कुमार मोदी, नंदकिशोर यादव जैसे नेता मजबूत स्थिति में हैं। बिहार में पिछले 25 वर्षों से पिछड़ी जाति का ही मुख्यमंत्री है।
गिरिराज के बयान को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बयान के तोड़ के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही बिहार की राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में हुई एक चुनावी रैली में लालू प्रसाद यादव ने कहा कि था कि मौजूदा विधानसभा चुनाव ‘अगड़ा बनाम पिछड़ा’ के बीच है।
लालू ने आरक्षण के सवाल पर ये बयान दिया था। लालू ने कहा था कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कहते हैं कि आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए। हिम्मत हो तो समीक्षा करके दिखाएं। मौजूदा चुनाव ‘अगड़ा बनाम पिछड़ा’ के बीच होगा।