जनजीवन ब्यूरो / पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ललित नारायण मिश्र के पौत्र ऋषि मिश्रा का टिकट काटकर जिन्ना समर्थक मशकूर उस्मानी को मैदान में उतारा है। ऋषि मिश्रा फिलहाल निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में मैदान में हैं। मशकूर को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद को बताना चाहिए कि क्या वे जिन्ना के समर्थक हैं?
गिरिराज सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को देश को जवाब देना होगा कि क्या जाले उम्मीदवार जिन्ना का समर्थन करते हैं? कांग्रेस और महागठबंधन को बताना होगा कि क्या वे भी जिन्ना का समर्थन करते हैं? क्या शरजील इमाम उनके स्टार प्रचारक होंगे?’
जाले विधानसभा सीट से
दरअसल डॉ मशकूर उस्मानी मूल रूप से दरभंगा जिले के रहने वाले हैं। वह 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से छात्रसंघ चुनाव जीते थे। इसके बाद वह चर्चा तब आए जब 2018 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के हॉल में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पाई गई। भाजपा सांसद ने कुलपति को चिट्ठी लिखकर इस पर आपत्ति जताई थी। हिन्दू युवा वाहिनी ने तस्वीर हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। एएमयू में इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ था। लाठीचार्ज भी करना पड़ा था। तब छात्रसंघ अध्यक्ष रहे उस्मानी ने बाद में कहा था कि वह जिन्ना की विचारधारा के खिलाफ हैं लेकिन जिन्ना देश के एक ऐतिहासिक तथ्य हैं।
उस्मानी के इसी बयान को लेकर उनपर जिन्ना समर्थक होने का आरोप लग रहा है। चुनावी मौसम में बीजेपी और जेडीयू इस मुद्दे को लेकर राजद व कांग्रेस पर हमलावर हो गई है।
क्या बोले बीजेपी और जेडीयू नेता?
बीजेपी नेता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि कांग्रेस का असली चरित्र सामने आ गया है। उसे देश की एकता और अखंडता से कभी मतलब नहीं रहा। देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार जिन्ना को महिमामंडन करने वाले शख्स को टिकट देकर एक बार फिर उसने यही साबित किया है। जेडीयू के अजय आलोक ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने अपने-अपने शासनकाल में बिहार को डुबोया है। मशकूर उस्मानी जैसे शख्स को टिकट दिए जाने से साफ दिख रहा है कि कांग्रेस किस विध्वंसकारी राजनीति की तरफ बढ़ रही है।