लावण्या झा / पटना : प्रदेश को 12 मुख्यमंत्री देने वाले ऐतिहासिक वैशाली, सारण, चंपारण और मगध क्षेत्र प्रदेश के सियासी घमासान का सबसे बड़ा मैदान बने हुए हैं। इतना तय है कि मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से बनेंगे। 94 सीटों पर 48 घंटे बाद वोटिंग होनी है। इन सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों यहां तक कि राज्यपाल तक के संबंधी भाग्य आजमा रहे हैं।
बेशक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद किसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में नहीं हैं, लेकिन उनकी राजनीति का केंद्र यह क्षेत्र ही रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के पुत्र और मुख्यमंत्री पद के लिए महागठबंधन के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर में भी तीन नवंबर को चुनाव होना है।
इसी चरण में दो बड़े दिवंगत नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और राम विलास पासवान इस बार नहीं होकर भी अपना प्रभाव छोड़ेंगे। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय की राजनीति भी वैशाली क्षेत्र की ही रही है। एक अन्य पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी वैशाली क्षेत्र से जुड़े हैं।
मुख्यमंत्री- पूर्व मुख्यमंत्री- संबंधित चुनाव क्षेत्र
- नीतीश कुमार- हरनौत,बाढ़, नालंदा
- लालू प्रसाद -राघोपुर, छपरा
- राबड़ी देवी- राघोपुर
- महामाया प्रसाद सिन्हा- महाराजगंज( प्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी सीएम )
- बीपी मंडल- मधेपुरा( प्रदेश के पहले यादव मुख्यमंत्री और मंडल आयोग के सूत्रधार )
- सतीश प्रसाद सिंह – खगड़िया(प्रदेश में पहले पिछड़ा मुख्यमंत्री )
- दारोगा प्रसाद राय- परसा
- कर्पूरी ठाकुर- फुलपरास
- केदार पांडेय- नौतन
- अब्दुल गफूर- बरौली
- डॉ जगन्नाथ मिश्र- झंझारपुर
- राम सुंदर दास-सोनुपर
- कार्यवाहक सीएम दीप नारायण सिंह – लालगंज
नोट– थर्ड फेज में पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान के चुनाव क्षेत्र कोढ़ा में मतदान होने जा रहा है। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री केबी सहाय का पटना से संबंध रहा है।
इन रसूखदारों के संबंधियों ने दूसरे चरण को बनाया रोचक
- राघोपुर से तेजस्वी और हसनपुर से तेज प्रताप यादव पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के पुत्र हैं।
- चंद्रिका राय परसा से उम्मीदवार हैं, इनके पिता दारोगा प्रसाद राय प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं।
- लालगंज से राकेश कुमार उर्फ पप्पू सिंह – ये पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के भतीजे हैं। निखिल कुमार पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र सिंह के पुत्र हैं।
कई दिग्गजों की कर्मभूमि
- जिन 94 सीटों पर चुनाव होगा, उनमें सारण के इलाके का सीधा संबंध प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद से रहा है
- वैशाली क्षेत्र दिग्गज नेता रहे वीरचंद्र पटेल का राजनीतिक क्षेत्र भी रहा है।