मृत्युंजय कुमार / नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक 15 नवंबर को होगी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे। पार्टी की ओर से केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ही भाजपा विधायक दल के नेता की औपचारिक घोषणा करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा आज सौंप दिया है, हालांकि वे अगली व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। वहीं सीएम नीतीश ने राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की भी सिफारिश की।
राज्यपाल फागू चौहान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी मंत्रिपरिषद के त्यागपत्र को स्वीकृति प्रदान करते हुए अगली मंत्रिपरिषद के गठन तक उन्हें पद पर (कार्यवाहक मुख्यमंत्री) बने रहने को कहा । राज्यपाल सचिवालय के बयान से यह जानकारी मिली है ।
भाजपा नेताओं के अनुसार, भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में नवनिर्वाचित 74 विधायकों के अलावा विधान पार्षद भी शामिल होंगे। सुबह 10 बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय में होने वाली इस बैठक में रक्षा मंत्री ही पार्टी के विधायक दल के नेता का नाम का औपचारिक रूप से एलान करेंगे। 15 नवंबर को दिन में 12.30 बजे एनडीए विधानमंडल दल की बैठक होनी है। उससे पहले भाजपा विधायक व विधान पार्षदों की बैठक होगी। इसके बाद होने वाली एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम का औपचारिक एलान होगा।
बिहार में नई सरकार के गठन और संभावित मंत्रियों के नाम की चर्चा को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से विमर्श के लिए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शुक्रवार की देर शाम दिल्ली पहुंच गए। पार्टी नेताओं के अनुसार, आलाकमान के बुलावे पर उपमुख्यमंत्री दिल्ली गए हैं। चर्चा के अनुसार, नई सरकार में कौन-कौन मंत्री हो सकते हैं, इस पर उपमुख्यमंत्री बातचीत करेंगे। उनकी मुलाकात भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से होगी। इन बैठकों में बिहार भाजपा प्रभारी भूपेन्द्र यादव भी शामिल होंगे।
बिहार में नए जनादेश के अनुसार नई सरकार बनाने से पहले परंपराओं का निर्वहन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी है। शुक्रवार की शाम कैबिनेट की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कैबिनेट की बैठक की। दो मंत्रियों के निधन पर श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा को भंग करने की सिफारिश का प्रस्ताव कैबिनेट में रखा गया है। प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। बैठक के तत्काल बाद सीएम नीतीश कुमार अपना इस्तीफा देने राज्यपाल के यहां पहुंच गए।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के विधानमंडल दल की बैठक 15 नवंबर को होगी और उसमें नए मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आवास पर एनडीए के चारों घटक दल के नेताओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 15 नवंबर को दोपहर साढ़े 12 बजे एनडीए के विधानमंडल दल की बैठक होगी और उसमें नेता के चयन के साथ ही अन्य सारी चीजें तय होगी।
कुमार ने कहा कि बैठक में निर्णय होने के बाद सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के समक्ष दावा पेश किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंप दी गई है और उसके बाद अधिसूचना जारी हो गई है। वर्तमान में जो विधायक हैं वे अब 16वीं विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। इसलिए, आज मंत्रिमंडल की बैठक जरूरी है।
इसके बाद नीतीश ने मंत्रिमंडल की बैठक की और 16वीं बिहार विधानसभा को भंग करने की सिफारिश कर दी गई। एनडीए की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, वरिष्ठ नेता आर.सी.पी.सिंह, विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव और संजय झा मौजूद थे।