जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कोरोना महामारी के विपरीत हालातों के बावजूद भाजपा केंद्र सरकार के साथ मिलकर 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने पर आयोजित होने वाले समारोहों के लिए जुट गई है। पार्टी ने बीते लोकसभा चुनाव के दौरान ही 2022 का एजेंडा तय कर दिया था और अब वह उसे मूर्त रूप देकर जनता के सामने जाएगी। कोरोना काल के दौरान प्राथमिकताएं बदली है, लेकिन लक्ष्य पूरे करने को लेकर कोई बदलाव नहीं आया है।
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और उनकी टीम विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक कार्यों के साथ आजादी के 75 साल पूरे होने के लिए तय किए गए पार्टी के 75 सूत्रीय एजेंडे पर भी काम कर रही है। एजेंडा बीते लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने तय किया था, जिसे केंद्र सरकार और भाजपा के संगठन को मिलकर पूरा करना है। कोरोना काल में भी सरकार अपने इस एजेंडे से पीछे नहीं हटी है। हालांकि, उसकी गति प्रगति जरूर कुछ प्रभावित हुई है, लेकिन अब फिर से उन सारे कामों में तेजी लाई जा रही है।
इस बीच भाजपा नेतृत्व में अपने विभिन्न राज्यों के संगठन और सरकारों से जरूरी सुझाव मांगने जा रही हैं। वह सभी राज्यों से लक्ष्यों को पूरा करने के कार्य करने की गति की समीक्षा करने को कहेगी। केंद्र सरकार को भरोसा है कि अगले साल की पहली तिमाही से ही आर्थिक हालात बदलेंगे और अगले साल के मध्य तक कोई ना कोई वैक्सीन आ ही जाएगी। तब कोरोना महामारी पर प्रभावी रोकथाम के साथ देश की आर्थिक एवं अन्य गतिविधियों को और ज्यादा तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
पार्टी के 75 सूत्रीय एजेंडे में गांव, गरीब, किसान, युवा, महिला, उद्योग समेत विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक बदलाव लाने की बात कही गई है। गरीब कल्याण योजनाओं से लेकर आम आदमी को मजबूती, छोटे कारोबारियों और मजदूरों की उन्नति के साथ हर व्यक्ति के सिर पर छत और और लोगों को रोजगार जैसे कामों को पूरा करने का भी वादा है। कृषि, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे लक्ष्यों को भी पूरा किया जाएगा।