जनजीवन ब्यूरो /नई दिल्ली। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि जब किसी किसान संगठन ने इन कानूनों को बनाने की मांग नहीं की तो फिर किसके कहने पर ये काले कानून बनाए गए? सच्चाई यह है कि एमएसपी को खत्म करने और खेती पर उद्योगपतियों का कब्जा कराने का षड्यंत्र है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजस्थान और पूरे देश में किसानों के आंदोलन के साथ खड़ी रहेगी और सरकार को मांगें मानने के लिए विवश करेगी। उनका कहना था कि राजस्थान कांग्रेस केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच कल की प्रस्तावित वार्ता की इंतजार कर रही है। अगर किसी कारणवश वार्ता पिछले बातचीत के तरह विफल रहा, तो फिर 1जनवरी से राजस्थान कांग्रेस राजस्थान के किसान और देश के किसान के साथ कंधा से कंधा मिलाकर आंदोलन और तीव्र करेगी।
डोटासरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के पिछले कार्यप्रणाली को देखा जाए तो उनसे किसी तरह की उम्मीद नहीं की जा सकती है। प्रधानमंत्री ने फकीर का चोला पहनकर गरीब और किसान का वोट ले लिया। बदले में काला कृषि कानून किसान पर थोप दिया। जिससे प्रधानमंत्री के प्रिय उद्योगपति दोस्त को फायदा मिल सके। हलांकि उसने प्रधानमंत्री को अगाह करते हुए कहा कि मोदी सरकार का यह काला कानून कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व में चल रहा आंदोलन के कारण उसी तरह वापस लेना पड़ेगा जिस तरह से भूमि अधिग्रहन कानून का वापस लिया था। परिणाम के रूप में भूमि अधिग्रहन कानून वापस लेना पड़ा था।
वेणुगोपाल और माकन से मिले डोटासरा
प्रदेश कांग्रेस गाविंद सिह डोटासरा प्रभारी अजय माकन और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से संगठन के दूसरी सूची के बाबत व्यापक विचार-विमर्श किया। हलांकि डोटासरा ने किसी तरह की बैठक होने से इंकार कर दिया है। मगर सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने बीतें दिनों प्रदेश प्रभारी के राजस्थान दौरा के बाद संबंधित संभाग के कार्यकर्ताओं को संगठन में जिम्मेंदारी को लेकर मंत्रणा किया है।