जनजीवन ब्यूरो / रांची । झारखंड के कोडरमा से भुवनेश्वर जा रहे दो मजदूरों के साथ राजधानी एक्सप्रेस में अभद्रता का मामला सामने आया है। आरोप था कि टीटीई ने कंफर्म टिकट होने के बावजूद उन्हें ट्रेन से उतार दिया। साथ ही, कहा कि तुम्हारी औकात राजधानी में सफर करने की नहीं है। इसके बाद पीड़ितों ने कोडरमा स्टेशन मास्टर के पास मामले की शिकायत दर्ज कराई, जिसे धनबाद रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेज दिया गया। अब रेलवे कह रहा है कि मजदूरों की ट्रेन छूट गई थी।
क्या है मामला
गौरतलब है कि कोरोना लॉकडाउन के चलते देश में स्पेशल ट्रेनें ही चल रही हैं। ऐसे में बरही के बरसोत में रहने वाले दो मजदूरों ने कोडरमा से भुवनेश्वर जाने के लिए राजधानी एक्सप्रेस के बी-2 कोच की दो टिकट बुक करा लीं। मजदूरों ने बताया कि 30 दिसंबर की सुबह 5:22 पर जैसे ही वे राजधानी एक्सप्रेस में चढ़े तो टीटीई ने उन्हें धक्के मारते हुए कोडरमा स्टेशन पर ही उतार दिया।
टीटीई ने मजदूरों को लताड़ा
पीड़ित मजदूरों का आरोप था कि टीटीई ने उनसे काफी बदतमीजी से बात की। टीटीई ने कहा, ‘तुम सब छोटा आदमी हो। तुम्हारी औकात नहीं है राजधानी एक्सप्रेस में सफर करने की। ज्यादा बोलोगे तो पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा देंगे।’ पीड़ित मजदूरों के मुताबिक, वे राजधानी का टिकट हाथ में होने के बावजूद ट्रेन को जाते देखते रहे और किसी ने उनकी मदद तक नहीं की। इसके बाद दोनों पीड़ित कोडरमा स्टेशन मास्टर के कार्यालय में गए और वहां शिकायत पुस्तिका में अपनी शिकायत दर्ज कराई।
स्टेशन मास्टर से की शिकायत
शिकायत करने वाले मजदूर रामचंद्र यादव और अजय यादव ने बताया कि दोनों विजयवाड़ा में पोकलेन ऑपरेटर का काम करते हैं। दोनों बरही के बरसोत के निवासी हैं। कोडरमा से भुवनेश्वर जाने के लिए बुधवार को ट्रेन में सवार हो रहे थे। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन टिकट बुक कराया था। वहीं, कोडरमा स्टेशन प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि दोनों यात्रियों की शिकायत धनबाद रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेज दी गई है।
रेलवे ने किया घटना का खंडन
कोडरमा स्टेशन पर हुई इस घटना का रेलवे ने खंडन किया है। डीआरएम धनबाद आशीष बंसल ने बताया कि मजदूरों की ट्रेन छूट गई थी। उन्होंने 30 दिसंबर की सुबह 5:23 की सीसीटीवी फुटेज जारी की है, जिसमें दोनों मजदूर फुटओवर ब्रिज पर दौड़ लगाते नजर आ रहे हैं। वहीं, ट्रेन सुबह 5 बजकर 22 मिनट 50 सेकंड पर छूट गई थी।