जनजीवन ब्यूरो
बांका । बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद पहली बार राज्य में रैली कर रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीतीश कुमार को जमकर निशाना पर लिया । मोदी ने कहा कि जो बुलेट पर विश्वास करते हैं उन्हें मालूम होना चाहिए कि बुलेट से विनाश होता है जबकि बैलेट से विकास की रफ्तार तेज होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार में इस बार दो दीवाली मनाई जाएगी, एक दीवाली का त्यौहार और दूसरा चुनाव के नतीजों की दीवाली।
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में अभी जो सरकार है उसका अहंकार इतना है कि मैं कुछ भेजूं तो भी वो वापस कर देंगे । हम सबने सामंतवाद, पूंजीवाद, अलगाववाद और भाई भतीजावाद देख लिया लेकिन एक बार विकासवाद को वोट देकर देखें।
देश के विकास में बिहार की भूमिका बताते हुए उन्होंने कहा कि बिहार आगे नहीं बढ़ेगा तो देश भी आगे नहीं बढ़ेगा। मैं अमरीका में बिहार के कई लोगों से मिला, मैं उनकी उपलब्धियों से प्रभावित हुआ लेकिन उनमें कोई घमंड नहीं है।
जो बुलेट पर विश्वास करते हैं उन्हें मालूम होना चाहिए कि बुलेट से विनाश होता है जबकि बैलेट से विकास की रफ्तार तेज होती है। बिहार के लिए जो भी कर रहा हूं वह कोई उपकार नहीं है बल्कि ये लोगों का अधिकार और मेरे लिए सम्मान की बात है ।
विकास की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि 10-15 साल पहले बिहार और झारखंड एक ही राज्य थे और देखिए झारखंड की सरकार ने क्या हासिल कर लिया।
झारखंड 29वें और बिहार 27वें स्थान पर था लेकिन दो हफ्ते पहले के सर्वे में बिहार अब भी 27 वें स्थान पर है और झारखंड तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है। आप फैसला कर लीजिए और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके साथ हूं।
मोदी के हमले के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मोदी पर ट्विटर के ज़रिए निशाना साधा।
उन्होंने लिखा, ”मोहन भागवत के आरक्षण पर हाल ही में दिए गए बयान के बाद बिहार में मोदीजी की पहली रैली में इस मामले पर उनकी चुप्पी लोगों की इस शंका को और बल देती है कि उनकी सरकार आरएसएस के दबाव में अभी चल रही आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार कर रही है ।”
बिहार और झारखंड की तुलना पर नीतीश कुमार ने ट्वीट किया है कि काला जार से मौतों के मामले में बिहार और झारखंड की तुलना का अजीब तर्क है। इस पर बोलने से पहले मोदीजी को अपने साथी सीपी ठाकुर से पूछ लेना चाहिए था।