जनजीवन ब्यूरो / देहरादून । उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत होंगे। बुधवार को राजधानी देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया। गढ़वाल से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। बताया जाता है कि आज शाम 4 बजे तीरथ सिंह रावत मुख्यमंत्री पद की शपथ भी लेंगे।
तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने मुझे ये पदभार दिया। मैं गांव से आया हुआ एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं, मैंने कभी कल्पना नहीं की थी। जनता के विश्वास पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे, मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के लिए जो काम किए हैं उसे आगे बढ़ाएंगे।
कौन हैं तीरथ सिंह रावत
रावत ने फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रमुख के रूप में कार्य किया। वह चौबट्टाखाल (2012 से 2017) से विधान सभा के सदस्य थे। वर्तमान में, तीरथ एक लोकसभा सांसद हैं। वह 2019 के आम चुनावों में पौड़ी लोकसभा सीट से चुने गए थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मनीष खंडूरी को 3।50 लाख से अधिक मतों से हराया।
उत्तराखंड के होने वाले नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के पास कुल 1।5 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और 35 लाख रुपये से अधिक का कर्ज है। उनका देश के करीब आधा दर्जन से अधिक बैंकों में खाता है। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), सहारा इंडिया की पॉलिसी भी ले रखी है और उनके पास कुल 4 ग्राम सोना और 3 ग्राम चांदी है।
नेशनल इलेक्शन वाच की वेबसाइट पर दिए आंकड़ों के अनुसार, पौड़ी गढ़वाल से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले तीरथ सिंह रावत ने एचएनबीजी यूनिवर्सिटी से वर्ष 1992 में एमए तक की पढ़ाई की है। वेबसाइट के अनुसार, उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह के पास कुल 1,50,32,657 रुपये की संपत्ति है। इतना ही नहीं, उन पर करीब 35 लाख रुपये का कर्ज भी है।
तीरथ छात्र राजनीति से ही सक्रिय रहे हैं। वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद खंडूडी के सबसे करीबी लोगों में शामिल तीरथ सिंह को 2012 के विधानसभा में चुनाव में चौबट्टाखाल सीट से मैदान में उतारा गया, जहां उन्होंने जीत हासिल की। फरवरी 2013 में उन्हें पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई और 2015 में उन्हें प्रदेश की राजनीति से हटाकर राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व दे दिया गया।
एक नजर तीरथ सिंह रावत पर
पिता का नाम: कमल सिंह रावत
जन्म तिथि: नौ अप्रैल 1964
निवासी: ग्राम सीरों, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल।
शिक्षा: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में परास्नातक।
राजनीतिक सफर
1983 से 1988 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे। उसके बाद अभाविप के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री, गढ़वाल विवि में छात्र संघ अध्यक्ष व छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। भाजयुमो (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे।
1997 में पहली बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित।
2000 में राज्य गठन के बाद उत्तराखंड की अंतरिम सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री का दायित्व।
2007 में भाजपा के प्रांतीय महामंत्री बने।
2012 के विस चुनाव में चौबट्टाखाल से जीत हासिल की।
2013 में उत्तराखंड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे। वर्ष 2013 में ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। वर्तमान में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव।