जनजीवन ब्यूरो य कोलकाता । पीएम मोदी ने बर्दवान में ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि दीदी को बर्दवान का मिहीदाना पसंद नहीं है क्या. इतनी कड़वाहट दीदी कहां से लाती है. दीदी की कड़वाहट उनका क्रोध, उनका गुस्सा, उनकी बौखलाहट दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है. क्योंकि बंगाल में हुए चार चरण के चुनाव में टीएमसी साफ हो गयी है.
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल के लोगों ने दीदी का प्लान फेल कर दिया है, क्योंकि बंगाल के लोगों में बहुत बड़ी दूरदर्शिता है. ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दीदी तैयारी करके बैठी थी पार्टी की कप्तानी भाइपो को सौपेंगी. पर जनता ने इसे समझ लिया. इसलिए दीदी का खेला धरा का धरा रह गया. इसके साथ ही दीदी की पूरी टीम को बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसलिए दीदी बंगाल के लोगों से गुस्सा है.
ममता बनर्जी के गुस्से पर तंज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दीदी आपको गुस्सा करना है तो मोदी में करिये, गाली देना है तो मोदी को दीजिये टोकरा भर भर के गाली दीजिये. लेकिन बंगाल की गौरवमयी पहचान का अपमान मत करिये. आपका यह अहंकार बंगाल बर्दाश्त नहीं करेगा. आपके तोलाबजों और कटमनी को बंगाल बर्दास्त नहीं करेगा. बंगाल आज सोनार बांग्ला के संकल्प के साथ आगे बढ़ेगा. बंगाल को आपका कुशासन नहीं चाहिए. बंगाल को आसोल पोरिबोर्तन चाहिए.
पीएम मोदी ने जीत का दावा करते हुए कहा कि चार चरण के चुनाव में बंगाल की जागरूक जनता ने इतने चौके छक्के मारे की बीजेपी के सीटों की सेंचुरी हो गयी है. उन्होंने कहा की जो टीएमसी आपके साथ खेला करने की सोच रहे थे उन्हीं के साथ खेला हो गया है. इसलिए दीदी बर्दमान की जनता से गुस्सा हो रही है. नंदीग्राम में बंगाल के लोगों ने दीदी को क्लीन बोल्ड कर दिया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल की सत्ता से जो एक बार गया वो वापस नहीं आया. दीदी को मालूम है कि एक बार कांग्रेस गयी वापस नहीं आयी, वाम वाले गये वापस नहीं आये. दीदी भी जाएगी और कभी वापस नहीं आयेगी है. पीएम मोदी ने कहा कि दीदी और उनके गिरोह की बातें बताती है कि बंगाल में टीएमसी की बड़ी हार होने वाली है.
टीएमसी पर बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब बंगाल के लोग एसटी एससी के लोग गाली दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की जयंती से पहले टीएमसी ने बाबा साहेब का अपमान किया है. पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की सीएम का करीबी दलितों के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर सकता है इसका अंदाजा देश और बंगाल को भी नहीं था.