अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में सियासी ड्रामा जारी है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में पार्टी पैनल से मुलाकात की। करीब तीन घंटे तक चली इस मीटिंग के बाद जब कैप्टन बाहर आए तो उन्होंने मीडिया को जानकारी देने से यह कह कर इनकार कर दिया कि यह पार्टी का इंटरनल मैटर है। बहरहाल तीन सदस्यीय पैनल अब आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। मगर पार्टी रणनीतिकार का मानना है कि पार्टी आलाकमान कैप्टन के अगुवाई में ही विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। मगर कैप्टन को सभी विधायकों के साथ बैठक कर उनके विधानसभा क्षेत्रों के कामों को प्राथमिकता के आधार पर करने को कहा जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा पंजाब कांग्रेस में मची गुटबाजी को समाप्त करने के लिए राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली समिति ने पिछले चार दिनों में कांग्रेस के पंजाब से ताल्लुक रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राय ली है। इसमें अधिकतर विधायक हैं। खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं। फीडबैक के दौरान सभी विधायकों की बातें गंभीरता से सुनी गयी है। इस दौरान पैनल ने सभी असंतुष्ट विधायकों से एक सवाल किया कि अगर कैप्टन नहीं तो कौन? जिसके जबाव में कोई उत्तर नहीं दे पाएं। हलांकि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि चूंकि आगामी छह माह के भीतर पंजाब विधानसभा चुनाव होने को है। ऐसी सूरत में पार्टी किसी तरह की गुटबाजी को बढ़ावा देना नहीं चाहती है। इस लिहाज से पार्टी आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव प्रचार अभियान कमेटी का जिम्मा दें सकती है। मगर निकट भविष्य में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बदलाव कर सकती है। हलांकि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को लेकर किसी तरह की शिकायत नहीं है।
नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव, बिट्टू का नाम आगे
पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव भी पेंडिंग है। पार्टी आलाकमान किसी ऐसे उम्मीदवार की खोज में है जिसकी दोनों ही खेमे के बीच स्वीकार्यता हो। वर्तमान अध्यक्ष सुनील जाखड़ अमरिंदर खेमे के माने जाते हैं। पार्टी के ज्यादातर नेताओं की राय है के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह का पोता और कई बार के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब कांग्रेस के लिए बेहतर अध्यक्ष हो सकते है। जिसे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी पंसद करते है।