जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि नदियों पर उन सभी जीव-जंतुओं का अधिकार है, जो हमारी तरह जल पर निर्भर हैं। जल केवल मानव के लिए नहीं, उस पर आश्रित सभी प्राणियों के लिए जीवन है, यह तथ्य हम जानते तो हैं, लेकिन इस पर हमें अमल भी करना होगा।
रविवार को गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने गंगा क्वेस्ट 2021 के विजेताओं के अभिनंदन समारोह को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना के इस आयोजन से न केवल मां गंगा, अपितु सभी नदियों के पारिस्थितिकी तंत्र को लेकर जागरुकता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने नदियों पर मनुष्य के एकाधिकार की सोच को नकारने पर जोर दिया।
शेखावत ने कहा कि नदियां हमें सहअस्तित्व सिखाती हैं। नदियों पर उन सभी जीव-जंतुओं का अधिकार है, जो हमारी तरह जल पर निर्भर हैं, अर्थात जल केवल मानव के लिए नहीं उस पर आश्रित सभी प्राणियों के लिए जीवन है- यह तथ्य हम जानते तो हैं, लेकिन इस पर हमें अमल भी करना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं सभी विजेताओं को बधाई देते हुए नमामि गंगे परियोजना की सफलता के अंतर्गत अपील करना चाहूंगा कि जल से जुड़ा प्रत्येक अभियान जन आंदोलन है। इसमें जन-जन की भागीदारी आवश्यक है। नदियों के उत्थान में नागरिकगण अपनी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करें। उन्होंने इस आयोजन के लिए नमामि गंगा परियोजना के सभी सहयोगी-साथियों को साधुवाद दिया।
*11 लाख से ज्यादा हुए रजिस्ट्रेशन*
गंगा क्वेस्ट 2021 में भारत के सभी राज्यों के साथ-साथ दुनिया के 130 देशों से कुल 11,00,391 रजिस्ट्रेशन हुए। भारत से इस बार झारखंड से सबसे ज़्यादा रजिस्ट्रेशन हुए, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में कई गुना वृद्धि हुई। यूएई से सबसे ज्यादा 972 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी शामिल हुए हैं। ओमान, यूनाइटेड किंगडम, अल्जीरिया, बहरीन और कुवैत अन्य देश हैं, जिन्होंने सबसे अधिक भागीदारी के साथ शीर्ष 6 देशों में जगह बनाई है।