जनजीवन ब्यूरो /नई दिल्ली। पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा है कि-“मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में 77 मंत्रियों के भारी-भरकम संख्या के बावजूद उत्तर भारत से किसी भी जाट नेता को इसमें प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है। जाट समाज का देश के सुरक्षा और विकास में उल्लेखनीय योगदान है मगर इसके बावजूद जाट समाज को मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई। इससे पूरे समाज में रोष व्याप्त है। हम प्रधानमंत्री जी से मांग करते हैं कि जाट समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए।“
सोलंकी ने कहा कि इससे पहले केंद्र में चाहे कोई भी सरकार रही हो हमेशा ही कैबिनेट में जाट समाज से तीन से चार नेताओं का प्रतिनिधित्व रहा है। मोदी सरकार में ऐसा पहली बार हुआ है जब उत्तर भारत के इतने बड़े समाज से एक भी प्रतिनिधि को शामिल नहीं किया गया है। बीजेपी ने जो गलती साहिब सिंह वर्मा को मुख्यमंत्री पद से हटाकर कर की थी अब फिर से वही गलती बीजेपी कैबिनेट में जाट समाज को प्रतिनिधित्व ना देकर कर रही है। ऐसा लगता है बीजेपी को दिल्ली देहात के लोगों की जरूरत ही नहीं है !
वहीं दिल्ली प्रदेश जाट महासभा के अध्यक्ष राजेंद्र डागर का कहना है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जाट समाज की उपेक्षा ठीक नहीं है। इससे समाज में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है।