जनजीवन ब्यूरो / रायपुर । छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले की गूंज आज विधानसभा में सुनाई दी। इस मामले को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। उसके बाद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री आमने सामने आ गए। अपनी ही सरकार के विरोध में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने सदन का बहिष्कार कर दिया। टी एस सिंहदेव ने कहा कि रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक पर हुए हमले पर जबतक सरकार जांच का आदेश नहीं देती या बयान नहीं देती तब तक वह खुद को इस प्रतिष्ठित सदन का हिस्सा नहीं बनेंगे।
कांग्रेस विधायक के काफिले पर हमला
23 जुलाई की देर रात कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हमला हुआ था। कुछ युवकों ने उनकी गाड़ी रोककर तोड़फोड़ की थी। हमले में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के रिश्तेदार का नाम सामने आया था। इस मामले में सरगुजा पुलिस तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं विधायक ने आरोप लगाया था कि पार्टी का एक गुट उनसे नाराज है, जिसकी वजह से यह हमला कराया गया।
विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा था कि बीते दिनों उन्होंने बघेल की प्रशंसा की थी और कहा था कि वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। यह बयान स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव को पसंद नहीं आया और बाद में उनके काफिले पर हमला किया गया। कांग्रेस विधायक ने यह भी आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य मंत्री से उनकी जान को खतरा है। इन आरोपों को लेकर सिंहदेव ने कहा था कि कुछ लोग उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके क्षेत्र और राज्य के लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। वह इस पर कोई बयान नहीं देंगे।
टीएस सिंहदेव ने कार्रवाई की मांग की थी
घटना पर टीएस सिंहदेव ने पुलिस से कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की थी। सिंहदेव ने कहा था कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है पुलिस उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।