*-राज्य के 30.68 लाख घरों में मिलने लगा नल से शुद्ध पेयजल, दो साल से कम समय में 13.02 लाख घर में नल कनेक्शन और जलापूर्ति शुरू*
*-22वें जिले मेवाल के भी 82 फीसदी घरों में पहुंचा चुका है पेयजल का कनेक्शन*
*-एक साल पहले लक्ष्य हासिल करने की तैयारी में हरियाणा, सभी घरों में जल पहुंचाने का रखा था 2022 का लक्ष्य।*
*-चालू वित्त वर्ष में हरियाणा को जल जीवन मिशन में 1120 करोड़ रुपए किए गए हैं आवंटित*
जनजीवन ब्यूरो/ नई दिल्ली । हरियाणा के दो जिलों, जिंद और पलवल ने बुधवार को जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल जिला बनने की उपलब्धि हासिल कर ली है। इसके साथ ही राज्य के 22 में से 21 जिलों के सभी ग्रामीण घरों में अब नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शुरू हो गई है। राज्य का अंतिम जिला मेवात बचा है, जहां के करीब 82 फीसदी घरों में नल से जल का कनेक्शन मिला है। मंगलवार को राज्य सरकार ने 4113 घरों में नए नल कनेक्शन दिए। इसके साथ ही अब हरियाणा के 99 फीसदी से अधिक ग्रामीण परिवारों को पीने का शुद्ध पानी उनके घर में मिलने लगा है।
विशेष बात यह है कि हरियाणा, हर घर जल राज्य बनने की उपलब्धि तय समय से एक साल पहले हासिल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। जल शक्ति मंत्रालय के सामने राज्य ने 2022 में हर घर जल राज्य बनने का लक्ष्य पेश किया था लेकिन केंद्र सरकार की मशीनरी के साथ बेहतर समन्वय और राज्य की मशीनरी के काम करने की तेज गति के परिणामस्वरूप अब हरियाणा के अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर के पहले पखवाड़े में ही यह उपलब्धि हासिल करने की प्रबल संभावना है। इस योजना के तहत प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर शुद्ध पेयजल उनके घर में नल से पहुंचाने का लक्ष्य जल शक्ति मंत्रालय ने रखा है।
हरियाणा में 30 लाख, 96 हजार, 892 ग्रामीण घर हैं। अगस्त, 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण भारत में पेयजल की दिक्कत और पेयजल जुटाने में होने वाले समय की बर्बादी को देखते हुए जब हर घर जल योजना की घोषणा की थी, उस समय हरियाणा के 17 लाख 66 हजार, 363 ग्रामीण घरों (57.04 फीसदी) में ही शुद्ध पेयजल नल से मिल रहा था। यानी यहां के करीब 43 फीसदी परिवार को पीने के पानी के लिए घर के बाहर इधर-उधर भटकना पड़ता था। जल जीवन मिशन- हर घर जल योजना के तहत इस दो साल से कम समय में यहां के 13.02 लाख परिवारों को नल कनेक्शन दिए गए हैं। अब हरियाणा के 30.68 लाख ग्रामीण घरों में पीने का शुद्ध पेयजल उनके नल से मिलने लगा है।
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*6638 गांव और हर स्कूल-आंगनवाड़ी बने – हर घर जल गांव*
हरियाणा में पंचायत स्तर की बात करें तो 6045 पंचायत और 6638 गांव-हर घर जल गांव बन गए हैं। इसी तरह हरियाणा ने सभी 12, 988 स्कूलों और 21 हजार 789 आंगनवाड़ी में शत प्रतिशत जलापूर्ति का लक्ष्य भी हासिल कर लिया है। यहां के 366 स्कूलों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग और 1233 स्कूलों में ग्रे-वॉटर रि-यूज के प्रावधान का काम भी पूरा कर लिया गया है।
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*लक्ष्य पूरा करने में फंड की नहीं होगी दिक्कत: शेखावत*
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि हरियाणा को मिशन के तहत हर घर में नल से जल कनेक्शन पहुंचाने में फंड की किसी तरह की दिक्कत सामने ना आए, इसलिए चालू वित्त वर्ष में इस योजना के लिए करीब 1120 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। जो वित्त वर्ष 2019-2020 के 149.95 करोड़ के मुकाबले सात गुना से अधिक और 2020-2021 के 289.52 करोड़ रुपए आवंटन के मुकाबले करीब 4 गुना है। चालू वित्त वर्ष में केंद्र सरकार ने करीब 257 करोड़ रुपए राज्य सरकार को जारी भी कर दिए हैं। उम्मीद है हरियाणा तय समय से पहले हर घर जल राज्य बनने की उपलब्धि को हासिल कर लेगा।
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