जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : काबुल एयरपोर्ट पर हुई भगद़ड़ में सात अफगानी नागरिकों के मारे जाने का खबर है. वहां मौजूद ब्रिटिश सेना द्वारा रविवार को जारी बयान के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भगदड़ में सात अफगान नागरिक मारे गये हैं. सेना ने कहा कि यह दिखाता है कि अभी भी तालिबान के कब्जे से बचकर देश छोड़कर भाग रहे लोगों के लिए खतरा बना हुआ है.
भगदड़ तालिबानियों द्वारा की गयी हवाई फायरिंग के बाद मची
यह भगदड़ तालिबानियों द्वारा की गयी हवाई फायरिंग के बाद मची. फायरिंग से लोगों में दहशत मच गयी और भगदड़ के कारण सात लोगों की जान तली गयी. मृतकों में सभी अफगान नागिरक बताये जा रहे हैं. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, लेकिन हम लोग हालात को सामान्य बनाने और लोगों सुरक्षित बाहर निकालने की हर संभव कोशिश में जुटे हैं.
एयरपोर्ट पर अमेरिका ने अपनी गतिविधियों में बदलाव किया
बता दें कि पिछले रविवार को काबुल पर तालिबान का नियंत्रण होने के बाद से ही एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचना शुरू कर दिया था. एपी के अनुसार, ये मौतें अफगानिस्तान में कथित रूप से इस्लामिक स्टेट से संबंधित समूहों की तरफ से उठ रहे नये खतरे के तौर पर सामने आयी हैं. इधर, एयरपोर्ट पर अमेरिका ने अपनी गतिविधियों में बदलाव किया है.
अमेरिकी विमान उन्हें लक्ष्य बनाकर दागी गयी मिसाइलों से बचने के लिए उड़ान से पहले फ्लेयर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. शनिवार को अमेरिकी दूतावास ने नये सुरक्षा निर्देश जारी किये थे. इसमें नागरिकों से अमेरिकी सरकार के निर्देश के बगैर काबुल एयरपोर्ट तक यात्रा नहीं करने के लिए कहा गया था.
अधिकारियों ने IS के खतरे को लेकर और जानकारी नहीं दी है
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने IS के खतरे को लेकर और जानकारी नहीं दी है, लेकिन इसे काफी अहम बताया है. उन्होंने कहा है कि आतंकियों की तरफ से हमलों की पुष्टि अभी तक नहीं की गयी है, जिन्होंने पहले तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. रविवार को ब्रिटिश सेना ने काबुल में भीड़ में सात नागरिकों की मौत की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि भीड़ में लोगों को कुचले जाने की चोटें आयी हैं..
तालिबान के लड़ाके देश छोड़ने की कोशिश कर रहे नागरिकों को भगाने के लिए हवा में गोलियां चला रहे हैं. पिछले सोमवार को भी एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जमा हो गयी थी, जिसके चलते अमेरिका को नीचे उड़ने वाले हेलीकॉप्ट के जरिए रन-वे साफ करने की कोशिश करनी पड़ी थी. इस क्रम में प्लेन पर लटक कर देश छोड़ने की कोशिश कर रहे कुछ नागरिकों की मौत भी हो गयी थी.