जनजीवन ब्यूरो
दादरी । केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम के लिए मुश्किल पैदा होती दिख रही है क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने बिसहड़ा गांव में निषेधाज्ञा का कथित तौर पर उल्लंघन करने को लेकर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की पैरवी की है। इसी गांव में गोमांस खाने की अफवाह के बाद अखलाक नामक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी के पास दायर रिपोर्ट में भाजपा के इन दोनों नेताओं तथा बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की गई है।
पुलिस अधीक्षक :ग्रामीण: संजय कुमार यादव ने कहा कि तीनों नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दायर की गई है जिन्होंने इस क्षेत्र में निषेधाज्ञा के बावजूद ग्रामीणों को संबोधित किया।
नेताओं को जनता को संबोधित करने नहीं, सिर्फ पीड़ित परिवार से मुलाकात की अनुमति दी गई थी।
सोम ने बीते रविवार को कहा था कि ‘अगर निर्दोष लोगों को फंसाया गया तो वे मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।’ केंद्रीय मंत्री शर्मा गौतमबुद्ध नगर से लोकसभा सदस्य हैं। उन्होंने पीड़ित परिवार के घर का दौरा किया था तथा इस घटना को लेकर राजनीतिक विरोधियों पर हमले करते रहे हैं।
जिला अधिकारी एनपी सिंह ने कल कहा था कि वह इसको लेकर कानूनी राय ले रहे हैं कि सोम के बयान को लेकर क्या कार्रवाई की जा सकती है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी गांव का दौरा किया था, लेकिन किसी सभा को संबोधित नहीं किया था। ऐसे में उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की अनुशंसा नहीं की गई है।
यादव ने कहा कि आरपीआई नेता रामदास अठावले को स्थिति को देखते हुए आज गांव में जाने की इजाजत नहीं दी गई।