जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: रसोई गैस और पेट्रोल की कीमतों में बृद्धि पर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें बृहस्पतिवार को अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गयीं। कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा है यह नवरात्रि को तोहफा मोदी सरकार ने दिया है। उन्होंने सवाल किया कि जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम हो रही है तो भारत में पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतें क्यों बढ़ रही है।
सरकारी खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी है। अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.24 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 109.25 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी। डीजल की कीमत भी दिल्ली में 91.42 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी और मुंबई में 100 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गयी। इस समय मुंबई में इसकी कीमत 99.55 रुपये प्रति लीटर है। स्थानीय करों के आधार पर ईंधन की कीमतें राज्यों में अलग-अलग होती हैं। बृहस्पतिवार को वृद्धि के साथ दरें एक नयी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गयीं। लखनऊ और गांधीनगर में पेट्रोल ने 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर लिया। अब तक दोनों उन चुनिंदा राजधानियों में शामिल थे जहां पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से कम थी। मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई शहरों में डीजल पहले से ही 100 रुपये के पार चला गया है। राजस्थान के सीमावर्ती शहर श्री गंगानगर में इस समय देश में ईंधन की कीमत सबसे महंगी है। शहर में पेट्रोल की कीमत 115.14 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 105.64 रुपये है। केंद्र शासित क्षेत्र दमन में पेट्रोल 98.26 रुपये प्रति लीटर के साथ सबसे सस्ता है।
लांबा ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार तेल की कमतों को लेकर श्वेत पत्र जारी करे ताकि सच्चाई से लोग अवगत हो सके।